जिले को भेजी गयी थी 119 लोगों की सूची
बचे लोगों का मोबाइल लोकेशन दूसरे शहरों का
भागलपुर, 11 अप्रैल
कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सजग है। इसे लेकर शनिवार को मरकज से जुड़े लोगों की सूची जिला प्रशासन ने संबंधित राज्यों की सरकारों और जिले को भेज दी है। मोबाइल लोकेशन के आधार पर मरकज से जुड़े 119 लोगों की सूची जिला प्रशासन को मिली थी। उसमें से 35 लोगों का सत्यापन प्रशासन द्वारा किया गया है। संबंधित लोगों के स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग की जा रही है।
बताया जा रहा है कि मरकज से जुड़े कुछ लोग भागलपुर आ चुके हैं। जिले में 35 लोगों के सत्यापन के बाद बचे लोगों का मोबाइल लोकेशन लिया गया है। इससे पता चला है कि सूची में शामिल लोगों में अधिकांश दिल्ली में रह रहे हैं। इसके अलावा कुछ लोग यूपी, झारखंड, गुजरात, हरियाणा, ओडिशा, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों के विभन्नि शहरों में रह रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि भागलपुर जिले के लोग दूसरे शहरों में रह रहे हैं, लेकिन मोबाइल में उनका पता भागलपुर का है। इस आधार पर 119 लोगों की सूची भेजी गयी थी। जिला प्रशासन ने सूची भेजकर संबंधित लोगों की ट्रैकिंग करते हुए क्वारंटाइन करने को कहा है। 59 लोगों की सूची दिल्ली प्रशासन को भेजी गयी है। इसके अलावा हावड़ा, हजारीबाग, बोकारो, फरीदाबाद, कानपुर, नोएडा, फर्रुखाबाद, पानीपत के अलावा एक-एक व्यक्ति की जानकारी गुजरात और ओडिशा सरकार को भेजी गयी है।
स्वास्थ्य की हुई जांच
सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह ने बताया कि मरकज से जुड़े 35 लोगों की निगरानी की जा रही है। शनिवार को सभी के स्वास्थ्य की जानकारी ली गयी। सभी स्वस्थ हैं। अगर संबंधित लोगों में खांसी या अन्य प्रकार का लक्षण पाया जाएगा तो सैंपल की जांच करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि सोमवार को फिर स्वास्थ्य की जानकारी ली जाएगी।
आपकी सतर्कता से ही कोरोना की होगी हार:
• लॉकडाउन का पूर्णता अनुपालन करें. बिना जरुरी कारण घर से बाहर नहीं निकलें
• घर वापस आते ही 20 सेकंड तक पानी एवं साबुन से हाथ अच्छी तरह साफ़ करें या अल्कोहल युक्त सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें
• सामाजिक दूरियाँ बनायें. किसी के नजदीकी संपर्क में न जाएँ. कम से कम 1 मीटर की दूरी बनायें
• सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे अफवाहों से बचें. अधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी मिलने पर यकीन करें
• सकारात्मक सोचें, घर पर व्यायाम करें एवं बच्चों को समय दें