भागलपुर का पहला कोरोना मरीज स्वस्थ, अस्पताल से छुट्टी

मरीज की लगातार दूसरी बार कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव पायी गयी
कोरोना से जंग में जीत के लिए जेएलएनएमसीएच जैसे डॉक्टरों की जरूरत
नवगछिया के विजय केजरीवाल ने पायी कोरोना पर विजय
भागलपुर, 13 अप्रैल
भागलपुर जिले के पहले कोरोना पॉजीटिव मरीज की लगातार दूसरी बार कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव पायी गयी। रविवार की शाम को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गयी। अब उन्हें अगले 14 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहना होगा।
मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने बताया कि वे इंग्लैंड से नवगछिया आए थे। प्रोफेसर कॉलोनी, नवगछिया निवासी विजय केजरीवाल (65 वर्ष) का दो अप्रैल को कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल भेजा गया था, जहां चार अप्रैल को आयी रिपोर्ट में इन्हें कोरोना पॉजीटिव पाया गया था। इसके बाद इन्हें चार अप्रैल की देर रात 12.30 बजे मायागंज अस्पताल के एमसीएच कोरोना आइसोलेशन सेंटर में भर्ती किया गया था। इसके बाद इनका नौ एवं 11 अप्रैल को अलग-अलग सैंपल लिया गया और जांच के लिए आरएमआरआई पटना भेजा गया। लगातार दोनों जांच रिपोर्ट में कोरोना निगेटिव पाये जाने पर इन्हें 12 अप्रैल की देर शाम आइसोलेशन वार्ड से डिस्चार्ज कर दिया गया। इस दौरान डॉ. ओबेद अली ने इनकी सेहत की जांच और इसीजी, ब्लड प्रेशर, एक्सरे जांच रिपोर्ट के आधार पर इन्हें पूरी तरह से स्वस्थ पाया। इससे पहले मुंगेर जिले के तीन, सहरसा के दो और बेगूसराय के एक कोरोना मरीज को पूरी तरह स्वस्थ करने के बाद मायागंज अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।
सकारात्मकता, हौसले व डॉक्टरों की मेहनत से जीती कोरोना से जंग
बातचीत में विजय केजरीवाल ने कहा कि जब कोरोना पॉजीटिव होने की खबर मिली तो काफी मायूस हो गया था। लगा कि जिंदगी अब खत्म हो गयी है। उम्मीद की रोशनी बुझ रही थी, लेकिन जब मायागंज अस्पताल के एमसीएच कोरोना आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हुआ और यहां पर इलाज कर रहे डॉक्टर ने हौसला दिया कि परेशान न हों, आपकी सेहत बता रही है कि आप कोरोना जैसी बीमारी को हरा देंगे। तब उम्मीद के साथ-साथ जीने का हौसला बढ़ा। यहां पर भी लंदन के अस्पतालों की तरह डॉक्टर टाइम टू टाइम सेहत की जांच करने के लिए आते रहे तो नर्सें दवा आदि देती रहीं। हर रोज ईसीजी, ब्लड प्रेशर, शुगर आदि की जांच होती रही। यहां के डॉक्टरों की बदौलत ही मैं आज कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी पर विजय हासिल कर सका हूं। उन्होंने कहा कि यहां के डॉक्टरों की तरह अगर देश का हरेक डॉक्टर हो जाये तो इस देश से कोरोना बीमारी को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।
अब जाना मायागंज अस्पताल मतलब जिंदगी
विजय केजरीवाल ने कहा कि पहले सुनता था कि मायागंज अस्पताल में मरीज के जाने का मतलब है मौत, लेकिन अब जान गया कि मौत तो उपर वाले के हाथ में हैं, और मायागंज अस्पताल में आने का मतलब है जिंदगी। अब हम घर जायेंगे और अगले 14 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहेंगे। बेटे से फोन पर बात हुई है, पूरा परिवार बहुत ही खुश है। लोगों से अपील है कि घर में रहें, ऐसा करके आप अपने साथ-साथ अपने परिवार व समाज को कोरोना के संक्रमण से दूर कर सकते हैं।
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