एम्स नई दिल्ली की टीम ने अस्पताल का किया निरीक्षण
-गंभीर मरीजों को नहीं किया जाएगा रेफर, यहीं होगा इलाज
भागलपुर, 24 अप्रैल:
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में संचालित कोरोना अस्पताल का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को केंद्रीय चिकित्सकों की टीम पहुंची। एम्स नई दिल्ली के डॉ. घनश्याम की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय टीम ने अस्पताल के आईसीयू का निरीक्षण किया। टीम ने आईसीयू और इमरजेंसी में एग्जॉस्ट फैन लगाने का निर्देश दिया।
टीम के सदस्यों ने अधीक्षक से कहा कि जेएलएनएमसीएच में सिर्फ 350 बेड कोरोना मरीजों के लिए रखें। साथ ही यहां आने वाले अन्य गंभीर मरीजों को एनएमसीएच रेफर करने की बजाय यहीं भर्ती कर इलाज करें। इसे लेकर टीम अपनी रिपोर्ट डीएम को देगी। मालूम हो कि जेएलएनएमसीएच को कोरोना अस्पताल में तब्दील कर देने के बाद यहां के सामान्य मरीजों को सदर अस्पताल, जबकि गंभीर मरीजों को एनएमसीएच रेफर करने का निर्देश था।
कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने यह कदम उठाया था, लेकिन अब जब कोरोना मरीजों की संख्या नियंत्रण में है और सदर अस्पताल पर मरीजों का दबाव बढ़ा है, तो ऐसे समय में यह आदेश मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। एक तो संसाधनों से लैस मायागंज अस्पताल में उनका इलाज हो सकेगा, दूसरा गंभीर मरीजों को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
डॉक्टरों की टीम रखें तैयार: नई दिल्ली एम्स से आई केंद्रीय टीम ने आईसीयू में इलाज करने के लिए डॉक्टर की टीम तैयार रखने को कहा। साथ ही आइसोलेशन वार्ड में काम करने वाली नर्सों को प्रशिक्षण देने का सुझाव दिया, ताकि नर्स इलाज करते वक्त सतर्क रह सकें। मालूम हो कि दो दिन पहले जेएलएनएमसीएच के एक डॉक्टर कोरोना पाजीटिव पाए गए हैं। इसके बाद से ही डॉक्टरों की टीम सतर्क होकर काम कर रही है।
अन्य सुविधाओं का लिया जायजा: केंद्रीय टीम ने अस्पताल में अन्य सुविधाओं का भी जायजा लिया। हालांकि सामान्य रोगियों का इलाज अभी यहां नहीं होने से, एक्सरे सेंटर, एमआरआई व पौथोलॉजी पर ज्यादा भीड़ नहीं थी, लेकिन केंद्रीय टीम यहां की व्यवस्था से संतुष्ट नजर आई। टीम में अन्य सदस्य डॉ. सीएस अग्रवाल, डॉ. आरके चौधरी रहे। जबकि इस मौके पर अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल, कोरोना जेएलएनएमसीएच के नोडल प्रभारी डॉ. हेमशंकर शर्मा व डॉ. विनय कुमार मौजूद रहे।