गर्भवती महिलाओं को दी गयी टीकाकरण की जरूरत पर जानकारी
सोशल डिस्टेंसिग का ख्याल रख हुआ नियमित टीकाकरण सत्र का आयोजन
लखीसराय, 6 मई:
जिला में कोरोना संक्रमण प्रसार के मद्देनजर बाधित हुये नियमित टीकाकरण एवं आरोग्य दिवस संबंधी कार्य फिर से बहाल करने के निर्देश के साथ ही बुधवार को विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित टीकाकरण सत्र का आयोजन किया गया. बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने इस दिशा में आवश्यक निर्देश सभी जिला के जिलाधिकारियों व सिविल सर्जनों को दिया है. टीकाकरण को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ख्याल रखा गया था. इसके साथ ही टीकाकरण का कार्य कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक सुरक्षात्मक एवं व्यक्तिगत दूरी, हाथ धोने एवं श्वसन संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए किया गया.
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ टीकाकरण का किया गया कार्य:
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कुमारी अनुपमा ने बताया टीकाकरण कार्य में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने गर्भवती माताओं को भी कोरोना संक्रमण से बचाव व टीकाकरण की जरूरत पर जागरूक किया. इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर आशा व अन्य मोबिलाइजरों द्वारा लाभार्थी अथवा उसके अभिभावकों में बुखार, सर्दी-खांसी के लक्षण की भी जांच की गयी. इसके साथ ही व्यक्तिगत दूरी, मुंह को ढ़क कर रखने व नियमित 40 सेकेंड तक हाथ धोने आदि की भी जानकारी दी गयी.
52 बच्चे व 26 गर्भवती महिलाओं का हुआ टीकाकरण:
अनुपमा ने बताया नियमित टीकाकरण को लेकर जिला के सभी प्रखंडों के आंगनबाड़ी सहित स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर भी टीकाकरण कार्य किया गया. बड़हिया में 17 स्वास्थ्य उपकेंद्र के साथ 2 अतिरिक्त स्वास्थ्य उपकेंद्र पर टीकाकरण कार्य किया गया. इसके साथ ही 10 आंगनबाड़ी केंद्र में टीकाकरण कार्य किया गया. इनमें 52 बच्चे व 26 गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण का लाभ पहुंचाया गया. हलसी में 15 स्वास्थ्य उपकेंद्र, 3 अतिरिक्त स्वास्थ्य उपकेंद्र व 2 आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण कार्य किया गया. इनमें 219 बच्चे व 83 गर्भवती महिलाओं को विभिन्न रोगों से बचाने के लिए प्रतिरक्षित किया गया. इसी तरह लखीसराय में 34, रामनगर में 5 आंगनबाड़ी केंद्रों पर 49 बच्चे व 21 गर्भवती महिलाओं को प्रतिरक्षित किया गया है. सूर्यगढ़ा में 37 आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण कार्य किया गया.
नियमित टीकाकरण कई तरह की बीमारियों से करता है बचाव:
टीकाकरण द्वारा बच्चों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है शिशुओं व गर्भवती महिलाओं को नियमित टीकाकरण कई तरह की बीमारियों से बचाता है. बीमारियां जैसे खसरा, टिटनस, पोलियो, क्षय रोग, गलाघोंटू, काली खांसी व हेपेटाइटिस बी आदि बीमारियों से यह बच्चों की सुरक्षा करता है