चुनौतियों को मात देकर निःस्वार्थ भाव से कोरोना के खिलाफ लड़ रहे लड़ाई

-पारामेडिकल संस्थान में बेपरवाह हो दे रहें हैं सेवा

– आयुष चिकित्सक बने हैं असली कोरोना योद्धा

 

लखीसराय /23 मई:

कोरोना के खिलाफ जंग आसान नहीं है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य कर्मी इन विषय परिस्थितियों में भी निःस्वार्थ भाव से अपनी सेवा देकर चुनौतियों को मात देते दिख रहे हैं. आम लोग कोरोना प्रसार से बचाव के लिए घर से बाहर नहीं निकल रहें हैं. वहीं जिले के आयुष चिकित्सक डॉ राजदेव पासवान और डॉ विनोद कुमार पिछले कई दिनों से आईसोलेशन वार्ड में आये लोगों की सेवा करने में निरंतर जुटे हैं. वे कई दिनों से अपने घर भी नहीं जा सके हैं. वे सिर्फ इस उद्देश्य से लोगों की सेवा करने में जुटे हैं कि किसी भी तरह लोगों को इस संक्रमण से मुक्ति दिलाने में सहयोग कर सकें.

 

बेफिक्र होकर लोगों को जागरूक करने में जुटे हैं: 

जिले के आयुष चिकित्सक डॉ राजदेव पासवान और डॉ विनोद कुमार जो सुरजगढ़ा एवं कजरा पीएचसी में कार्यरत हैं. लेकिन जिले में कोरोना प्रसार को देखते हुए उन्हें जिले के तेतरहट थाना अंतर्गत नोनगढ़ गाँव के पारामेडिकल संस्थान में निर्मित आईसोलेशन वार्ड में उनकी नियुक्ति की गयी है. आईसोलेशन वार्ड में नियुक्ति के कारण इनके ऊपर लोगों की देखरेख करने की भी जिम्मेदारी है. इसलिए ये कई दिनों से अपने घर नहीं जा सके हैं. यहाँ तक कि ये वहीँ अपना खाना खुद बनाते हैं एवं लोगों की सेवा में दिन-रात जुटे हैं.

डॉ राजदेव पासवान बताते हैं एक चिकित्सक होने के नाते लोगों को इस संक्रमण काल में सेवा प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है. यह सत्य है कि ऐसे दौर में निरंतर सेवा देना आसान नहीं है. लेकिन यही चुनौतियाँ उन्हें बिना डरे एवं बिना थके सेवा प्रदान करने के लिए प्रेरित भी करता है.

वहीं डॉ विनोद कुमार कहते हैं, वे कई दिनों से घर भी नहीं जा सके हैं. लेकिन वर्तमान परिस्थिति में यह उतना महत्वपूर्ण भी नहीं है. सबसे अधिक जरुरी यह है कि उनके प्रयास से आईसोलेशन वार्ड में भर्ती लोगों को कोरोना संक्रमण से निदान प्राप्त हो सके. उन्होंने बताया वे लोगों को हाथों की नियमित धुलाई, बदलते मौसम में खानपान पर विशेष ध्यान, खांसते या छींकते समय मुंह व नाक पर कपड़ा रखने, सामाजिक दूरी के तहत एक मीटर दूरी का पालन करने, मास्क का इस्तेमाल करने,  आईसोलेशन में आए में रहने आदि से संबंधित जानकारी दे रहें हैं.

 

विपरीत हालातों में कार्य करने वाले प्रशंसा के हक़दार: 

कोरोना संक्रमण काल में स्वास्थ्य महकमे के चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के योगदान को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है. आयुष चिकित्सक डॉ राजदेव पासवान और डॉ विनोद कुमार के जैसे कई और चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी हैं जो निरंतर लोगों को सेवा देने में जुटे हैं. ऐसे में इनके योगदान की जितनी भी सराहना की जाए वह कम ही होगी. जरूरत इस बात की भी है कि आम लोग भी आगे बढ़कर इनके निःस्वार्थ सेवा भाव में सहयोग करें ताकि इस जंग को और भी आसान बनाया जा सके. साथ ही इन कोरोना योद्धाओं का मनोबल भी बढ़ सके.

 

जिले को कोरोना मुक्त बनाने की हो रही संभव प्रयास : 

जिला सिविलसर्जन डॉ आत्मानंद राय ने बताया जिले को कोरोना मुक्त करने की दिशा में जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य महकमा हर संभव प्रयास कर रहा है. डॉ राजदेव पासवान और डॉ विनोद कुमार जैसे चिकित्सकों के सहयोग से कोरोना के खिलाफ़ मुहिम में सहयोग मिल रहा है. अभी का दौर सिर्फ संक्रमण का दौर नहीं है बल्कि आस-पास के लोगों की हर संभव सेवा करने का एक अवसर भी है. उन्होंने बताया ऐसे संकटकाल में जरुरी है कि लोग लॉकडाउन के नियमों का अनुपालन करें. चिकित्सकों, पुलिसकर्मी एवं ऐसे वे तमाम लोग जो इस कोरोना के खिलाफ युद्ध में सहयोग कर रहे हैं उनका भी सहयोग करें ताकि जिले के साथ राज्य को कोरोना मुक्त करने में आसानी हो सके

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