कोविड 19 से बाधित चिकित्सीय कार्यों को सामान्य करने हो रहा युद्धस्तर पर कार्य: सीएस

अस्पतालों में बढ़ायी जायेंगी मरीजों को दी जाने वाली सुविधाएं

 

बेगुसराय / 17 जून: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बाद लगाये गये लॉकडाउन से कई स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हुईं हैं. इन बाधित हुईं सेवाओं को पुन: बहाल करने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है. हालांकि राज्य सरकार के निर्देश के बाद लॉकडाउन के दौरान से ही सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव, ओपीडी, टीकाकरण व अन्य आवश्यक सेवाओं को प्रारंभ कर दिया गया था, लेकिन इन स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच को आमजनों तक और अधिक सुगम बनाया जा सके इसके लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है. सिविल सर्जन डॉ कृष्ण मोहन वर्मा ने बताया कोरोना संक्रमण के डर से भी स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले लोगों की संख्या घटी है. लेकिन धीरे धीरे इस संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है. स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले मरीजों व परिजनों को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक प्रोटोकॉल भी फॉलो कराया जा रहा है. सामान्य रोगों के लिए ओपीडी से इलाज करने की व्यवस्था की गयी है. गंभीर समस्या के दौरान ही रोगियों को यहां भर्ती करा कर इलाज किया जा रहा है.

 

जल्द बढ़ेगी मरीजों को दी जाने वाली सुविधाएं: बलिया अनुमंडल अस्पताल में पदस्थापित प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक ज्याउर्ररहमान ने बताया वर्तमान में ओपीडी खुल जाने से मरीज बलिया अनुमंडल अस्पताल में आ रहे हैं. हालांकि यह संख्या पूर्व की संख्या से कम है क्योंकि लोगों के मन में कोरोना का डर विद्यमान है. राज्य सरकार द्वारा कोविड 19 को एपीडेमिक एक्ट के तहत महामारी घोषित किये जाने के बाद बड़ी संख्या में चिकित्सकों की ड्यूटी कोरोना संक्रमण मरीज की देखभाल में लगा दी गयी थी. अब सभी चिकित्सक धीरे धीरे अपने नियुक्ति स्थान पर लौट रहे हैं. कई विशेष परिस्थिति में ही लोग अस्पताल का रूख कर रहे हैं. यहां मरीजों के लिए मौजूद सुविधाओं जिनमें प्रसव, प्रसव पूर्व जांच, पैथोलॉजी आदि शामिल है, लोगों को दी जा रही हैं.

 

स्वास्थ्य सेवाएं आमजन तक सुचारू रूप से पहुंचाना ही है  लक्ष्य  : सिविल सर्जन डॉ कृष्ण मोहन वर्मा ने बताया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक व अनुमंडलीय अस्पतालों सहित सदर अस्पताल में मौजूदा कमियों की जानकारी लेते हुए उन सभी सुविधाओं को त्वरित रूप से उपलब्ध कराया जायेगा. कोरोना संक्रमण को भी देखते हुए काम किया जाना है. उन्होंने बताया किसी भी अस्पताल में डॉक्टर की कमी होगी तो वहां आवश्यक संख्या में चिकित्सक नियुक्त किये जायेंगे. विभाग ने स्वास्थ्य सेवाएं आमजन तक सुचारू रूप से पहुंचाना ही हमारा  लक्ष्य है. महिलाओं के संस्थागत प्रसव के लिए अस्पताल लाने ले जाने की पूरी व्यवस्था है. लोग आवश्यक 102 नंबर पर एंबुलेंस की मांग कर सकते हैं. प्रसव पूर्व जांच की सुविधा उपलब्ध है

 

SHARE