विश्व के सबसे अद्भुत विश्व कवि सम्मेलन का ओनलाईन सफल आयोजन

नई दिल्ली: तरंग न्यूज़: विश्व मित्र परिवार, प्रकृति परिवार एवं विश्व महिला परिवार द्वारा आयोजित एवं कामधेनु चैनल प्राइवेट लिमिटेड, भारत समय, एमएस सेल्स कारपोरेशन एवं भारत हॉट डॉट ऑनलाइन द्वारा प्रायोजित विश्व अहिंसा दिवस पर विश्व कवि सम्मेलन का ओनलाईन सफल आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में विश्व भर के कवियों को ओनलाईन बुलाया गया था। इस कार्यक्रम की विशेषता यह थी कि कविता पाठ करने से पहले शर्त यह थी कि अंग्रेजी भाषा को छोड़कर विश्व की किसी भी भाषा में गीत और कविता का पठन पाठन किया जा सकता था। लेकिन अंग्रेजी भाषा का नहीं। इस विषय पर आयोजकों का कहना है कि गांधीजी और लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्मदिन पर यह आयोजन तभी सार्थक होगा जब हम अंग्रेजी और अंग्रेजीयत का विरोध आज भी करें। अन्यथा उनके सपने अधूरे रह जाएंगे गांधीजी अंग्रेजीयत के विरोधी थे, अंग्रेजी भाषा को भी वह देश में स्थापित नहीं करना चाहते थे। वह हिंदी के पक्षधर थे। राष्ट्रीय भाषा भारतीय भाषा हिंदी को वह सर्वोच्च स्थान दिलाना चाहते थे। जो कुछ तथाकथित उस समय के नेताओं के कारण नहीं दिला पाए। इसलिए विश्व कवि सम्मेलन में हमने बिल्कुल खुलेआम अंग्रेजी का विरोध किया है विश्व की किसी भी भाषा में हम इसमें कविता सुनने के लिए तैयार हैं।

जैसा कि आयोजकों ने अपना आयोजन करने की तैयारी बनाई थी वैसा ही हुआ। कार्यक्रम में शुरुआत वैदिक नाद से हुई वैदिक नाद एक संस्कृत बैंड है। जो कमल कुश शर्मा द्वारा स्थापित किया गया है विश्व मित्र परिवार का सहयोग बना रहता और इस संस्कृत बैंड ने देश-विदेश में धूम मचाई है। ये विश्व का एकमात्र संस्कृत बैंड है। वैदिक नाके  नाम से और अब तक बहुत सारे कार्यक्रम यह कर चुके हैं। विभिन्न बाधाओं के बाद भी यह कार्यक्रम करते रहते हैं।

: *विश्व में पहली बार सबसे बड़ा ऑनलाइन लाईव कवि सम्मेलन* जिसका उद्घाटन वैदिक यज्ञ से हुआ।
 ये विश्व महिला परिवार, प्रकृति परिवार, कामधेनु चैनल प्रा. लि. एवं विश्व मित्र परिवार का 222वां कार्यक्रम था।
*एम एस सेल्स व भारत हाट द्वारा प्रायोजित इस कार्यक्रम में सबसे पहले श्री मार्कंडेय राय जो यूएन हैबिटेट के सीनियर एडवाइजर हैं। और 2 विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति हैं। उन्होंने मां के ऊपर एक कविता सुनकर अपने माता जी का भी स्मरण किया और मां की जो ममता होती है, मां की जो आत्मा होती है, मां किस तरीके से बच्चों का पालन-पोषण करती है, और किस तरीके से अपने आंचल में छुपाती है। इस तरह की एक कविता का प्रस्तुतीकरण किया और कविता के रूप में उद्घाटन कर्ता श्री मार्कंडेय राय जी ही थे। वैदिक नाद के बाद डॉ मार्कण्डेय राय जी की कविता कार्यक्रम में कविता का पठन पाठन प्रारंभ हुआ।आयोजक श्री गुरुजी भू ने दीपक जलाकर श्री मार्कंडेय राय व कमल शर्मा कुश ने भी पहले दीपक जलाए। फिर कविता का पठन पाठन हुआ। तदुपरांत हमारे जितने भी कवि थे और जितने संयोजक मंडल में थे। डॉ मार्कण्डेय राय – कुलाधिपति, डॉक्टर रिचा चतुर्वेदी, विनय शील, कमल कुश शर्मा मुख्य रूप से इस कार्यक्रम में संयोजक मंडल में थे। गुरुजी भू ने सुचारु रुप से 13 घंटे तक लगातार कार्यक्रम चलाया। समय समय पर भिन्न भिन्न कवि इसमें जुड़ते गए। लगभग 74 कवियों ने इस कार्यक्रम में सहभागिता हेतु अपना आवेदन किया था। कुछ तकनीकी खराबी के कारण कुछ कवि जुड़ भी नहीं पाये। लेकिन ऑस्ट्रेलिया से डॉ मृदुल कीर्ति ने अपनी कविताओं का पाठ किया। विजेंद्र रिचारिया जी भोपाल से जुड़े उन्होंने संस्कृत में काव्य पाठ किया।  कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि इस कार्यक्रम में लगभग सभी भाषाओं पर देश की जो भाषाएं मुख्य भाषाएं हैं उनमें कविता सुनने को मिली। उसमें गढ़वाली थी, कुमाऊनी थी, भोजपुरी थी, हिंदी तो थी ही, इसके अलावा और भी भिन्न-भिन्न भाषाओं में काव्य सुनने को मिला। कविता का पठन पाठन हुआ। यह कार्यक्रम विश्व का एकमात्र ऐसा बहुभाषी विश्व कवि सम्मेलन बना जो विश्व अहिंसा दिवस पर किया गया था और जिसका उद्घाटन वैदिक संस्कृत बैंड से हुआ।

विश्व अहिंसा दिवस के उपलक्ष में विश्व कवि सम्मेलन में शामिल गणमान्य कवि

कमल कुश शर्मा के वैदिक नाद संस्कृत बैंड से हुआ भव्य उदघाटन।
*दिनांक 2 अक्टूबर 2020  विश्व अहिंसा दिवस को प्रातः 9 बजे से रात्रि 10:13 मिनट तक  (13:13 घंटे लगातार, भारतीय समय अनुसार)
13 घंटे 13 मिनट लगातार
*विश्व कवि सम्मेलन* की अपार सफलता में सहभागिता हेतु आयोजको ने सभी को कोटि-कोटि धन्यवाद दिया।
https://youtu.be/4ipK2j7lSU4

*विश्व के जाने माने कवियों का संगम*

*डॉ. ऋचा चतुर्वेदी*

साहित्य की पारिवारिक धरोहर को आगे बढ़ा रही है।
(पूर्व आकाशवाणी निदेशक)
हिंदी साहित्य और संस्कृति के लिए समर्पित व्यक्तित्व है।
*वैश्विक प्रकृति फिल्म महोत्सव* में जूरी सदस्य हैं।
विभिन्न सम्मान मिले है।
विश्व का प्रतिष्ठित सम्मान *भारतीय महिला रत्न* के लिए नामांकित की जा चुकी है।

*देवी प्रसाद मिश्र*
( राजभाषाविद)
उपनिदेशक (राजभाषा)
भारत सरकार, राजभाषा हिंदी तथा सभी भारतीय भाषाओं के उत्थान और विकास के लिए विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ सक्रिय रूप से समर्पित तथा विभिन्न राष्ट्रीय संस्थाओं से अपनी कविताओं के लिए पुरस्कृत।

**लक्ष्मी शर्मा*
विधा-कविता ,कहानी,उपन्यास, लघुकथा, लेख ।
7 कविता संग्रह,
4कहानी संग्रह,
3 उपन्यास,
1लघुकथा संग्रह
6 बालसाहित्य,
6 लोकभाषा बुंदेली साहित्य
आर्थर गिल्ड आफ इंडिया सदस्य, बीसवीं सदी महिला कथाकारों में लेखिका शामिल।10वर्ष
हिंदी लेखिका संघ में अध्यक्ष ।देश की कर्ई संस्थाओं में संरक्षक, सदस्य ।
अन्तर्राष्ट्रीय कविसम्मेलन न्यूयॉर्क में सन् 2000में भाग लिया ।2007में आठवें विश्व हिंदी सम्मेलन न्यूयॉर्क में भाग लिया ।विश्व हिंदी न्यास संस्था न्यूयॉर्क में हिंदी साहित्य सृजन केलिये सम्मानित ।देश की कई संस्थाओ द्वारा हिंदी साहित्य, बाल साहित्य, बुंदेली साहित्य पुरस्कृत, सृजन के लिये लेखिका
सम्मानित।

*अविनाश त्रिपाठी*
देश के प्रख्यात मीडिया पर्सनालिटी है जिन्होंने स्क्रिप्ट राइटिंग सिनेमा एजुकेशन गीतकार ,पत्रकार और कला विशेषज्ञ के रूप में अपना अहम स्थान बनाया है ।अविनाश देश-विदेश के कई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के एडवाइजर और जूरी मेंबर भी हैं। अविनाश के लिखे गीत कविता कृष्णमूर्ति शान ,अन्वेशा, अभिषेक रे , अनुपमा राग सहित अनेक बॉलीवुड सिंगर गा चुके हैं अविनाश ने एमिटी विश्वविद्यालय में सिनेमा अध्यापन का भी काम किया है।

 

*नेहा गोले*
उत्तर प्रदेश राज्य के गाज़ियाबाद जनपद
शिक्षा भौतिक विज्ञान में परास्नातक है।
वर्तमान मे उत्तर प्रदेश राज्य में ग्राम विकास अधिकारी है।

आयोजक व संचालन
*गुरुजी भू*

 

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