कोरोना काल में शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाकर शरीर को रखें स्वस्थ

शारीरिक गतिविधियां बढ़ने से बिना संक्रमण वाली बीमारियों से होता है बचाव

घर से निकलते वक्त मास्क जरूर पहनें और खुली हवा में रहने की कोशिश करें

बांका, 21 दिसंबर।

कोरोना करोना काल में लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने लगे हैं।. लोग न सिर्फ मास्क और
ग्लब्स पहन रहे हैं, बल्कि स्वस्थ रहने के लिए अन्य एहतियात भी बरत रहे हैं. । बहुत सारे लोगों ने खाना-पीना पर नियंत्रण कर रखा है तो कुछ लोग योग और ध्यान मेडिटेशन कर खुद को स्वस्थ रख रहे हैं. । ये सारी चीजें तो जरूरी है हीं ही. इसके साथ साथ शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाकर भी लोग खुद को निरोग और स्वस्थ रख सकते हैं. ।
शारीरिक गतिविधियों से ना सिर्फ शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि तमाम रोगों से भी बचाव होता है–
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी कहते हैं शारीरिक गतिविधियां तो पहले भी लोग करते थे, लेकिन कोरोना काल में ऐसा करने वालों की संख्या बढ़ी है. । पहले सिर्फ जागरूक लोग ऐसा करते थे, लेकिन कोरोना काल में आमलोगों का भी रुझान इस ओर बढ़ा है।. दरअसल, शारीरिक गतिविधियों से ना सिर्फ शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि तमाम रोगों से भी बचाव होता है।. खासकर वैसे रोग जिसका संक्रमण दूसरे से नहीं होता है।. वैसी वैसे बीमारियां शारीरिक गतिविधियां रहने से नहीं होती हैं।.

शरीर की प्रतिरोधक क्षमता होती है विकसित: डॉ.क्टर चौधरी कहते हैं शारीरिक गतिविधियां करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।. इससे तमाम तरह की बीमारियों से लोगों का बचाव होता है।. अगर व्यक्ति किसी बीमारी की चपेट में आ भी गया तो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अधिक रहने से वह व्यक्ति जल्द ही उस बीमारी से उबर जाता है।. इसलिए लोगों को शारीरिक गतिविधियों को करते रहना चाहिए।.

शुगर, हार्ट और हाइपरटेंशन से होता है बचाव: डॉक्टर चौधरी कहते हैं शारीरिक गतिविधियां करने से लोग शुगर, हाइपरटेंशन और हार्ट की बीमारियों से बचे रहते हैं।. यह सारी बीमारियां शरीर बढ़ने से हो जाती जाता है।. यानि वजन अधिक रहने से।. ऐसे ऐसी वजन बढ़ने से लोग शुगर की चपेट में आते हैं।. आमतौर पर जिस व्यक्ति को शुगर है वह व्यक्ति हाइपरटेंशन की भी चपेट में आ जाता है। फिर ह्रदय(हार्ट) की बीमारी की चपेट में आ जाता है ।. जो व्यक्ति शारीरिक गतिविधियां करते हैं वे इन सब बीमारियों से बचे रहते हैं।.

मानसिक तौर पर ही मिलती है राहत: डॉक्टर चौधरी कहते हैं शारीरिक गतिविधियां करने से लोग मानसिक तौर पर स्वस्थ रहते हैं।. जो व्यक्ति सुबह की सैर (मॉर्निंग वॉक) करता हो या फिर शरीर को ज्यादा समय तक सक्रिय (एक्टिव) रखता हो, उस व्यक्ति में किसी तरह का तनाव (स्ट्रेस) नहीं आता स्ट्रेस है।. इस वजह से वह मानसिक तौर पर मजबूत रहता है।. ऐसे व्यक्ति लोगों के साथ सहयोगात्मक रवैया अपनाते हैं।.

बाहर निकलते वक्त इन बातों का रखें ध्यान: डॉक्टर चौधरी कहते हैं कोरोना काल में घर से बाहर निकलना उचित नहीं है।. अगर आप घर में रहते हुए शारीरिक गतिविधियां कर रहे हैं या फिर योग और व्यायाम करने पर समय व्यतीत कर रहे हैं तो बाहर निकलने की जरूरत नहीं है, लेकिन घर पर नहीं कर रहे हैं तो बाहर निकलें।. लेकिन मास्क पहनकर ही बाहर निकलें| इसके अलावा भीड़- भाड़ से बचें।. किसी भी ऐसी जगह पर ना जाएं जहां पर खुली हवा नहीं आती हो।. खुली हवा आने से कोरोना के संक्रमण संभावना कम रहती है. । जो व्यक्ति इन सब बातों पर ध्यान देगा वह पूरी तरह से स्वस्थ रहेगा।.

कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें

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