कहानी कुछ सच्ची सी

एक पिंड में ( पंजाब में गांव को पिंड कहते हैं ) 2 अमली रहते थे (अमली माने कि नशेड़ी )

दिन भर नशेपत्ते करते और पड़े रहते, एक दिन एक बुजुर्ग ने उन्हें बहुत अच्छे से समझाया कि बेटा तुम्हारे पास 4 – 5 एकड़ जमीन है तुम खेती करो उस जमीन पर, बूढ़े बाबा की बात उन्हें टच कर गई वो मन बना ही रहे थे कि गांव का किसान यूनियन वाला कामरेड आ गया
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अमली बोले आजा परधान सीप ( ताश की गेम ) खेलते हैं कामरेड बोला बस सीप ही खेलते रहना हमेशा ! अपने भविष्य के बारे में सोचो कुछ, अमीर और अमीर हो रहा है और तुम और गरीब होते जा रहे हो, अमलियों को अपनी गरीबी मालूम ही थी,अफीम भुक्की खरीदने के पैसे बड़ी मुश्किल से बनते थे सो उनको परधान की बात टच कर गई
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फिर भी एक अमली बोला कि अब चिंता की कोई बात नही है, हमारे पास जो जमीन है न, उस पर हम खेती करेंगे और फिर हम गरीब नहीं रहेंगे, कामरेड ये सुनते ही आग बबूला हो कर उन्हें ज्ञान बांचने लगा कि तुम्हे किस ने बहकाया है ? “मजदूर और किसान तो हमेशा गरीब थे और गरीब ही रहेंगे”
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अमली बोले : परधान जी, हम सब्जी उगा लेंगे खेत मे
कामरेड: पर गांव वाले तुम्हारे खेत से सब्जी उखाड़ के ले जाएंगे
अमली: परधान जी,हम भैंस और गाय रख लेंगे,दूध बेचेंगे
कामरेड: दूधिया तुम्हारी भैंस और गाय खोल कर ले जाएगा बे ,तुमको मालूम न है
अमली लोग: हम मक्का की फसल बीजेंगे
कामरेड: गांव वाले मक्का तोड़ तोड़ कर भून कर खा जाएंगे
अमली लोग: हम गन्ना बीजेंगे, उसे कोल्हू में पेल कर गुड़ तैयार कर के बेचेंगे
कामरेड: गांव वाले तुम्हारे गन्ने उखाड़ कर चूस जाएंगे
अमली लोग: इन गांव वालों की ऐंसी की तैसी 😡😡

उसी रात उन अमलियों ने गांव में आग लगा दी और गांव के बाहर खड़े होकर चिल्लाते रहे “आजो सालेयों, होर चूस लो साडे गन्ने !! आजो सालेयों”

Note : पंजाब के अमलियों ने यही सब ही तो किया है रिलायंस के साथ 😜🤣

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