– मेले के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन के लिए किया गया जागरूक
– रखना है परिवार खुशहाल तो पहला बच्चा 20 की उम्र के बाद और बच्चों में तीन साल का अंतराल जरूरी
खगड़िया, 22 जनवरी
जिले में चल रहे परिवार नियोजन पखवाड़े की सफलता को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा केयर इंडिया के सहयोग से लगातार तरह-तरह कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ताकि समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक इस योजना की जानकारी पहुँच सके और इच्छुक व योग्य लाभार्थी इस योजना का लाभ ले सकें। इस कड़ी में मंगलवार को सदर अस्पताल में परिवार नियोजन मेला का आयोजन किया गया। जिसका उदघाटन जिला सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार सिंह ने किया। इस दौरान मेले के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन का संदेश दिया गया। इस मौके पर डीपीएम पवन कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक शशिकान्त, केयर इंडिया के डीटीएल अभिनंदन आनंद, फैमिली प्लानिंग जिला समन्वयक राजेश पांडेय, प्रखंड प्रबंधक रेणुका कुमारी आदि मौजूद थे।
– छोटा और खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन जरूरी :-
इस मौके पर जिला सिविल सर्जन पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा कि छोटा और खुशहाल परिवार के लिए परिवार नियोजन को अपनाना ने की बेहद जरूरी है। क्योंकि, जब आपका परिवार छोटा होगा तभी आपके पूरे परिवार को उचित परवरिश मिलेगी गा और आप अपने बच्चे को उचित शिक्षा देने में सक्षम रहेंगे। साथ ही बच्चे का उचित रहन-सहन के साथ परवरिश होगा। इसलिए, शादी के साथ ही परिवार की संख्या की का योजना तैयार करें। वहीं, उन्होंने बताया कि यह अभियान मार्च तक चलेगा। इस दौरान प्रचार-प्रसार के माध्यम से समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक परिवार नियोजन की जानकारी पहुँचाई जाएगी।
– मेले में फैमिली प्लानिंग कार्नर की का भी किया गया स्थापना :-
मेले में फैमिली प्लानिंग कार्नर की का भी स्थापना की किया गयी है या। जहाँ तैनात एएनएम द्वारा महिलाओं को अस्थाई साधनों संसाधनों की जानकारी दी जाएगी। जिसमें अगर कोई महिला परिवार नियोजन ऑपरेशन के लिए इच्छुक हैं,। किन्तु, वह शारीरिक रूप से ऑपरेशन के लिए सक्षम नहीं हैं तो ऐसी से महिलाओं को अस्थाई साधनों संसाधनों की जानकारी दी जाएगी। जैसे कि, ऐसे महिला को कंडोम, काॅपर – टी, छाया, अंतरा समेत अन्य अस्थाई साधनों संसाधनों की जानकारी देकर अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा की जाएगी। साथ ही कार्नर पर ही उक्त साधन संसाधन मुफ्त में उपलब्ध कराएं जाएंगे। जिसके कि अस्थाई संसाधनों को भी गति मिल सकें और लोगों को आसानी के साथ सुविधा का लाभ मिल सके कें।
– वैकल्पिक व्यवस्था भी है पूरी तरह सुरक्षित, नहीं है किसी प्रकार का साइड इफेक्ट :-
वहीं, केयर इंडिया के डीटीएल अभिनंदन आनंद ने बताया कि सरकार द्वारा परिवार विकास मिशन के तहत की गई वैकल्पिक व्यवस्था भी पूरी तरह सुरक्षित है। इसका किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं है। किन्तु, किसी भी प्रकार की का वैकल्पिक व्यवस्था को अपनाने के पूर्व हर हाल में चिकित्सकों से सलाह लें और चिकित्सा परामर्श के बाद ही अपनाएं। ताकि अपनाने के बाद किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो।
– स्वस्थ माँ और मजबूत बच्चे के लिए तीन साल का अंतर जरूरी :-
वहीं, केयर इंडिया के फैमिली प्लानिंग के जिला समन्वयक राजेश पांडेय ने कहा कि स्वस्थ माँ और मजबूत बच्चे के लिए बच्चे के जन्म में तीन साल का अंतर रखना जरूरी है। इसलिए, अगर आप खुशहाल परिवार की जिंदगी जीना चाहते हैं तो पहला बच्चा 20 के बाद और दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल अंतराल जरूर रखें। इससे ना सिर्फ स्वस्थ माँ और मजबूत बच्चे मजबूत होंगे होगा, बल्कि, जच्चा-बच्चा दोनों भविष्य में अनावश्यक शारीरिक परेशानी से दूर रहेंगे। दरअसल, तीन साल का अंतर रखने से माँ तो स्वस्थ रहती ही है। साथ ही बच्चे की का भी रोग-प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती ता है। जिससे दोनों संक्रमण संक्रामक समेत अन्य बीमारियों से भी दूर रहते ता हैं है।
– परिवार नियोजन अपनाने से मजबूत होगा शारीरिक और आर्थिक विकास :-
परिवार नियोजन योजना को अपनाने से ना सिर्फ छोटा और सीमित परिवार होगा, बल्कि, जहाँ महिलाओं की शारीरिक विकास होगा,। वहीं, परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। जिससे आप अपने बच्चों को उचित परवरिश के साथ अच्छी शिक्षा हासिल कराने में समर्थ समृद्ध होंगे और बच्चे को उचित परवरिश का माहौल मिलेगा। साथ ही समाज में अच्छा संदेश जाएगा और सामाजिक स्तर पर लोग जागरूक होंगे। इसके अलावा जब बच्चों को उचित परवरिश मिलेगा तो वह मानसिक और शारीरिक रूप से भी मजबूत होगा।
– इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :-
– शारीरिक दूरी का हमेशा पालन करें।
– भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
– साफ- सफाई का विशेष ख्याल रखें।
– साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से हाथ धोएं।
– सैनिटाइजर का उपयोग करें।
– मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।
– ताजा और गर्म खाने का उपयोग करें।
– बासी और बाहरी खाना खाने से परहेज करें।