– सदर अस्पताल में सिविल सर्जन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में स्टेट टीम से लक्ष्य असेस्मेंट कराने का निर्णय
– सुरक्षित संस्थागत प्रसव कराने को लेकर लक्ष्य कार्यक्रम के तहत अस्पतालों में किया जाता है गुणवत्तापूर्ण सुविधाओं का आकलन
मुंगेर-
सदर अस्पताल मुंगेर स्थित नवनिर्मित ऑपरेशन थियेटर रूम और लेबर रूम में मौजूद सुविधाओं का लक्ष्य असेस्मेंट होगा | यह असेस्मेंट लक्ष्य स्टेट टीम से कराया जाएगा | यह फैसला जिला गुणवत्ता समिति की बैठक में लिया गया। सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार भारती की अध्यक्षता में आयोजित जिला गुणवत्ता समिति की बैठक में ऑपरेशन थियेटर और लेबर रूम की गुणवत्तापूर्ण सुविधाओं को सुदृढ करने को लेकर लगातार चल रहे कार्य पर संतोष जताते हुए उक्त निर्णय लिया गया। बैठक में सदर अस्पताल मुंगेर के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. रामप्रीत सिंह, हॉस्पिटल मैनेजर तौसीफ हसनैन, रिमोट पेशेंट मॉनेटरिंग (आरपीएम) के इंचार्ज रूप नारायण, लेबर रूम इंचार्ज नीतू कुमारी, डीटीएल केयर डॉ. अजय आर्य, डीटीओएफ डॉ. नीलू सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
जनवरी में असेस्मेंट टीम ने ऑपरेशन थियेटर में और काम करने की जरूरत जताई थी-
केयर इंडिया की डीटीओएफ डॉ. नीलू ने बताया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा मातृ और नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से लेबर रूम और ऑपरेशन थिएटर में दी जा रही सेवाओं में गुणवत्ता सुधार को लेकर 18 मार्च 2018 में लक्ष्य कार्यक्रम शुरू किया गया था । इसी कार्यक्रम के तहत डॉ. प्रवीर कुमार के नेतृत्व में केयर इंडिया कि स्टेट लक्ष्य असेस्मेंट टीम के द्वारा जनवरी के महीने में सदर अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर और लेबर रूम का निरीक्षण करने के साथ ही यहां दी जा रही गुणवत्तापूर्ण सुविधाओं का आकलन किया गया था। इस दौरान असेस्मेंट टीम ने ऑपरेशन थियेटर में और काम करने की जरूरत जताई थी । टीम ने रेकॉर्ड्स के मेंटेन रहने की बात करते हुए इसे और सुसज्जित करने की बात कही थी। इसके साथ ही लक्ष्य असेस्मेंट टीम ने डॉक्टर और नर्स की टीम बनाये जाने की जरूरत पर बल दिया था। इन सभी बिंदुओं को इस दौरान दूर करने के बाद स्टेट टीम से लक्ष्य असेस्मेंट कराने का निर्णय जिला गुणवत्ता समिति के द्वारा लिया गया है ।
क्या है लक्ष्य कार्यक्रम ?
भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 18 मार्च 2018 में देश के सभी अस्पताल में लेबर रूम और ऑपरेशन थिएटर रूम में दी जा रही सुविधाओं में गुणवत्ता सुधार को ले लक्ष्य कार्यक्रम की शुरुआत की। इस कार्यक्रम के तहत प्रसूति के दौरान महत्वपूर्ण देखभाल के लिए देश के सभी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के स्तर पर प्रसूति सम्बंधी गहन देखभाल के लिए इंसेंटिव केयर यूनिट(आईसीयू) और सभी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटलों में प्रसूति देखभाल के लिए उच्च निर्भरता ईकाइयों( एचडीयू) का संचालन किया जा रहा है । इसके साथ हीं रेफरल हॉस्पिटल में फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में भी यह सेवा क्रियान्वित है।
लेबर रूम और ऑपरेशन थिएटर में गुणवत्ता सुधार से मातृ और शिशु मृत्यु दर में आएगी कमी :
उन्होंने बताया कि सभी हॉस्पिटल के लेबर रूम और ऑपरेशन थिएटर में दी जा रही सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार के बाद देश में मातृ और शिशु मृत्यु दर में काफी कमी आएगी और मरीजों का सही इलाज सही समय पर किया जा सकेगा।
एनक्यूएएस के जरिये किया जाता है गुणवत्ता परक सुधार का आकलन : उन्होंने बताया कि सभी हॉस्पिटलों के लेबर रूम और ऑपरेशन थियेटर रूम में गुणवत्तापरक सुधार का आकलन राष्ट्रीय गुणवत्ता अस्वाशन मानक (एनक्यूएएस) के जरिये किया जाता है। बताया कि एन क्यूएएस पर 70 प्रतिशत अंक पाने वाली प्रत्येक सुविधा को लक्ष्य प्रमाणित सुविधा का प्रमाणपत्र दिया जाता है। एनक्यू एएस के अंकों के अनुसार लक्ष्य प्रमाणित सुविधाओं का वर्गीकरण किया जाता है। इसके अनुसार 90%, 80% और 70% अंक हासिल करने वाली सुविधाओं को इसी के अनुसार प्लेटिनम, गोल्ड और सिल्वर बैज प्रदान किए जाते हैं।