वृंदावन तरंग: महाकुंभ में कृष्ण क्रीड़ा नामक एक नया खेल स्थापित किया गया है।जिसमें भगवान श्री कृष्ण की गेंंद क्रीड़ा का वर्णन होता है।
विश्व मित्र परिवार द्वारा आयोजित श्री गुरुजी भू द्वारा रचित कृष्ण क्रीड़ा एक ऐसा खेल है जो विश्व भर में भारत के सांस्कृतिक विकास को अति शीघ्र बढ़ाएगा।
खेल खेल में बच्चों को
वसुधैव कुटुम्बकम पर आधारित सम्पूर्ण वैज्ञानिक भारतीय संस्कृति का ज्ञान होगा, उनका स्वास्थ्य वर्धन होगा, प्रकृति पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। संस्कृति में छिपे विज्ञान द्वारा बच्चों में उत्साह और उमंग जगाने का काम यह खेल विधिवत करेगा।
इस कृष्ण क्रीड़ा की विशेषता है कि खेल खेल में बच्चे अपनी संस्कृति से जुडेंगे, कुछ नया सीखेंगे। संस्कारवान बनेंगे। प्राकृतिक चिकित्सक बनेंगे।
कृष्ण क्रीड़ा द्वारा भारत को जानने की जिज्ञासा बच्चोंं में बढ़ जाएगी। साथ-साथ बच्चे भारत की सामरिक स्थिति को, उसके भौगोलिक विकास को, एतिहासिक, धार्मिक स्थलों को समझने में भी सफल होंगे।
इस तरह के आयोजन होने से भारत ही नहीं वरन विश्व भर के खिलाड़ियों को काम मिलेगा। एक नया आयाम मिलेगा। रोजगार मिलेगा, शिक्षण प्रशिक्षण का काम बढ़ेगा। अर्थात रोजगार की अपार संभावनाएं इस खेल के द्वारा स्थापित की जा रही हैं।
रोजगार मिलना अपने-आपमें बड़ी बात है। खेल खेल में रोजगार मिलना खेल के द्वारा मानवतावादी अलग तरह की प्रतिभाओं का विकास किया जाएगा।
ये प्रतिभाशाली बच्चे भारत का नाम रोशन करेंगे। विश्व को मानवतावादी सन्देश देगें ।आगे बढ़ते रहेंगे और इस तरीके से देश में भगवान श्री कृष्ण की क्रीड़ा भूमि से चला ये महाभियान एक पवित्र अभियान विश्व को नई दिशा देगा। इसमें देश-विदेश तक पहुंचने की अपार संभावनाएं है।
इस विषय को समझते हुए वृन्दावन महाकुम्भ में विशेष दिन फाल्गुन एकादशी (रंग एकादशी) को यह कार्यक्रम रखा गया।
वृन्दावन में बरका धाम में एक कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम में विश्व विख्यात विद्वान कुलाधिपति एवं कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी के संस्थापक महामहोपाध्याय श्री प्रिय रंजन त्रिवेदी, विश्व विख्यात व्यक्तित्व यू एन हेबिटेट के सीनियर एडवाइजर श्री मार्कंडेय राय, श्री राधे राधे बाबूजी महाराज, आचार्य राजेन्द्रजी महाराज, यशवीर आर्य, चेतना परिवार अध्यक्ष इंदु दीदी, श्री जियालाल त्रिखा, सतपाल मल्होत्रा, विश्व महिला परिवार की अध्यक्ष भावना त्यागी भारतीय, ग्लोबल चैम्बर ऑफ कॉमर्स के सेक्रेटरी जनरल आशीष गुप्ता, कानपुर से मयंक चतुर्वेदी, महाराष्ट्र से माधुरी वायकर अपने 54 साथियों सहित बहुत से गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
वृन्दावन में श्रीकृष्ण भक्तों ने एक सुर में कृष्ण क्रीडा कथा का आनंद लिया। जय जयकार किया।