आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया सीएनए फॉरमेट

सर्वे के दौरान भरकर इसे जल्द जमा करने का निर्देश
क्षेत्र में परिवार नियोजन सामग्री का भी हो रहा वितरण

भागलपुर, 9 जुलाई-

रविवार से जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा शुरू हो रहा है। उससे पहले आज शनिवार तक दंपति संपर्क पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस दौरान आशा कार्यकर्ता क्षेत्र में योग्य दंपति का सर्वे कर रही हैं। साथ ही परिवार नियोजन के लिए प्री रजिस्ट्रेशन भी आशा कार्यकर्ता करवा रही हैं। इसी सिलसिले में शुक्रवार को सुल्तानगंज स्थित रेफरल अस्पताल में आशा कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण किया गया। उन्मुखीकरण के दौरान आशा कार्यकर्ताओं को क्षेत्र में सर्वे करने के तरीके बताए गए। साथ ही सर्वे के दौरान भरने के लिए सीएनए फॉरमेट उपलब्ध कराया गया, जिसे जल्द ही आशा कार्यकर्ता भरकर जमा करेंगी।
जल्द से जल्द सीएनए फॉरमेट भरकर जमा करने के लिए कहा गया
रेफरल अस्पताल प्रभारी डॉ. उषा कुमारी ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं को जल्द से जल्द सीएनए फॉरमेट भरकर जमा करने के लिए कहा गया है। फॉरमेट में आशा क्षेत्र में सर्वे के दौरान करने वाले काम का विवरण भरेंगी। जैसे उनके क्षेत्र में कितने योग्य दंपति हैं। कितने योग्य दंपति ने परिवार नियोजन को लेकर प्री रजिस्ट्रेशन करवाया। सर्वे के दौरान कितने लोगों से संपर्क किया गया। साथ ही कितने लोगों को परिवार नियोजन की सामग्री उपलब्ध करवाई गई। सीएनए फॉरमेट की जानकारी के अनुसार आगे परिवार नियोजन से संबंधित आयोजन किए जाएंगे।

परिवार नियोजन की सामग्री का किया वितरण:
रेफरल अस्पताल के मैनेजर चंदन कुमार ने बताया कि उन्मुखीकरण के दौरान आशा को परिवार नियोजन की सामग्री भी उपलब्ध करवाई गई, जिसे वह क्षेत्र में सर्वे के दौरान बांटेंगी। सर्वे के बाद भी आशा कार्यकर्ता इसे बांट सकती हैं। साथ ही अगर परिवार नियोजन की सामग्री अगर खत्म हो जाती है तो उसके लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करना है, यह भी बताया गया। पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन आते ही उन्हें परिवार नियोजन की सामग्री स्टोर रूम से मिल जाएगी। इससे उन्हें परेशानी से राहत मिलेगी।

परिवार नियोजन के बारे में किया जाएगा जागरूकः
चंदन कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान जगह-जगह कार्यक्रम किया जाएगा। इसके अलावा परिवार नियोजन के अन्य उपाय जैसे कि कंडोम का इस्तेमाल या फिर अन्य सुरक्षित तरीके के बारे में बताया जाएगा। लोगों के मन से डर को दूर किया जाएगा। इसे दूर करने का काम किया जाता है। परिवार नियोजन कार्यक्रम के दौरान सबसे महत्वपूर्ण दो बच्चों के बीच तीन साल का अंतराल रखने के लिए भी जागरूक किया जाता है। इससे बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता अधिक रहती है और वह भविष्य में होने वाली किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने में सक्षम होता है। साथ ही बुधवार और शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्रों में चलने वाले टीकाकरण के दौरान भी लोगों को इन चीजों की जानकारी दी जाएगी। एएनएम इस दौरान क्षेत्र के लोगों की काउंसिलिंग भी करेंगी। छोटा परिवार, सुखी परिवार के नुस्खे लोगों को बताएंगी।

SHARE