– मुंगेर के जिलाधिकारी नवीन कुमार ने जारी किया आदेश
– बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की चलंत टीम करेगी प्रभावित लोगों की स्वास्थ्य जांच
मुंगेर-
मुंगेर जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लोगों के समुचित उपचार के लिए अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र संचालित किया जाएगा। इस संबंध में मुंगेर के जिलाधिकारी नवीन कुमार ने एक आदेश जारी किया है। जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपी एम) नसीम रजि ने बताया कि जिलाधिकारी मुंगेर के आदेशानुसार मुंगेर के जिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में वैक्सीनेशन कैम्प लगाया जा चुका है उन सभी क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा कोविड वैक्सीनेशन और कोविड नमूना का संग्रह किया जाएगा। इसके साथ हीं जिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में टीकाकरण शिविर प्रारम्भ हो चुका है उस स्थान पर अनिवार्य रूप से अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र का संचालन किया जाएगा।
चलंत टीम आरबीएसके के माध्यम से घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेगी
उन्होंने बताया कि जिला के वैसे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र जहां लोग बाढ़ की वजह से अपने घर में ही कैद हैं उन सभी क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की चलंत टीम आरबीएसके के माध्यम से घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेगी।। इसके साथ ही ग्रामीण स्तर पर काम करने वाली आशा और एएनएम भी सभी घरों में भ्रमण कर सभी लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेगी और अपने कार्य से संबंधित फ़ोटो व्हाट्सएप पर लगातार अनिवार्य रूप से शेयर करेगी।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ” टीका नाव” के माध्यम से लोगों का लगातार किया जा रहा है टीकाकरण
उन्होंने बताया कि जिले के सदर प्रखंड, बरियारपुर, धरहरा एवं अन्य बाढ़ प्रभावित प्रखण्ड के अलग-अलग गांवों में टीका नाव के जरिये स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा लगातार लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसके ही जिले के अन्य सेशन साइट पर नियमित रूप से सभी लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है।
खुद के साथ अपने पूरे परिवार और समाज को सुरक्षित रखने के लिए सभी लोग लें कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज
उन्होंने बताया कि कोरोना की वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित और 100 फीसदी प्रभावी है| इसलिये सभी लोगों को अपने साथ -साथ अपने पूरे परिवार और समाज को कोरोना संक्रमण से मुक्त रखने के लिए वैक्सीन की दोनों डोज लेना आवश्यक है। इसके बाद ही हम मुंगेर जिला को जल्द से जल्द कोरोना मुक्त बना सकते हैं। इसके साथ ही सभी जिलावासी को अभी भी कोरोना दिशा-निर्देश के अनुसार मास्क का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल के साथ ही शारीरिक दूरी के रूप मे एक- दूसरे से कम दो गज या छह फीट की दूरी बरततें। इसके साथ ही कुछ भी छूने की स्थिति में अपने हाथों को साबून या हैंड सैनिटाइजर से साफ करना चाहिए।