- डीएम ने खुद दवा सेवन कर अभियान का किया शुरूआत
- घर-घर जाकर दो वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा
खगड़िया, 20 सितंबर, 2021
जिले में सोमवार को फाइलेरिया उन्मूलन के लिए एमडीए (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) अभियान का शुभारंभ हुआ। इस अभियान का शुभारंभ जिलाधिकारी डॉ. आलोक रंजन घोष ने सदर पीएचसी खगड़िया परिसर में आशा कार्यकर्ता समेत अन्य कर्मियों को दवा खिलाकर किया। जिसके बाद जिले में सोमवार से अभियान की विधिवत शुरूआत हुई। वहीं, इस दौरान जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा, फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए एल्बेंडाजोल व डीईसी की दवा का सेवन बहुत जरूरी है। इसलिए, मैं तमाम जिले वासियों से अपील करता हूँ कि निश्चित रूप से पूरी तरह निःसंकोच होकर दवा खिलाने वाली टीम के सामने दवा की सेवन करें। मुझे जिले वासियों से विश्वास ही नहीं, बल्कि पूर्ण विश्वास है कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए तमाम जिले वासी निश्चित रूप से साकारात्मक सहयोग करेंगे। इस दौरान जिलाधिकारी ने खुद भी दवा खाया। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार सिंह, एसीएमओ रवींद्र नारायण, डीआईओ देवनंदन पासवान, डीएमओ डॉ विजय कुमार, सीडीओ डॉ. आर एन चौधरी, डीभीबीडीसी बबलू सहनी, डीपीएम (हेल्थ) पवन कुमार, केयर इंडिया के डीटीएल अभिनंदन आनंद, सदर पीएचसी प्रभारी डॉ राजीव कुमार समेत अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे।
घर-घर जाकर दो वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा :
सिविल सर्जन डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा, जिले के सभी प्रखंडों में एमडीए अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान के तहत गृह भेंट की तर्ज पर आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को खुद के सामने एलबेंडाजोल एवं डीईसी की दवाएं खिलाएंगी। ताकि एक भी व्यक्ति दवाई खाने से वंचित नहीं रहे और अभियान सफल हो सके। वहीं, उन्होंने बताया, 2 से 5 साल तक के बच्चों को 100 मिलीग्राम की डीईसी एवं 400 मिलीग्राम की अलबेंडाजोल की एक-एक गोली, 6 से 14 साल तक के किशोरों को डीईसी की दो एवं अलबेंडाजोल की एक गोली एवं 15 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को डीईसी की तीन गोलियां एवं अलबेंडाजोल की एक गोली खिलायी जानी है। अलबेंडाजोल की गोली सभी को चबाकर ही खानी है.
20 लाख 91 हजार 656 लोगों को खिलाई जाएगी दवा :
डीभीबीडीसी बबलू सहनी ने बताया, एमडीए अभियान के तहत जिले में 20 लाख 91 हजार 656 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसकी सफलता को लेकर जिले में कुल 861 स्वास्थ्य टीम बनाये गए हैं एवं टीम की मानिटरिंग के लिए 85 सुपरवाइजर की तैनाती की गई। वहीं, उन्होंने बताया, कोविड प्रोटोकॉल का पालन के साथ सभी योग्य व्यक्तियों को दवा खिलाई जाएगी।
साइड इफेक्ट घबराएं नहीं :
केयर इंडिया के डीटीएल अभिनंदन आनंद ने बताया, दवा सेवन के बाद किसी तरह के सामान्य साइड इफेक्ट से घबराने की जरूरत नहीं है। अमूमन जिनके अंदर फाइलेरिया के परजीवी होते हैं, उनमें ही साइड इफेक्ट देखने को मिलते हैं। साइड इफेक्ट सामान्य होते हैं, जो प्राथमिक उपचार से ठीक हो जाते हैं।
फाइलेरिया को जानें:
फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है। किसी भी उम्र के व्यक्ति फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है। फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर में सूजन (हाँथीपाँव) व हाईड्रोशील (अण्डकोष में सूजन) है। किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के पश्चात बीमारी होने में 05 से 15 वर्ष लग सकते हैं।
इन बातों का रखें ख्याल :
- भूखे पेट दवा नहीं खाना है।
- किसी के बदले किसी अन्य को दवा ना दें और स्वास्थ्य कर्मी के सामने दवा खाएं।
- गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाना है।
- 02 वर्ष छोटे बच्चे को दवा नहीं खिलाना है।
- गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को भी दवा नहीं खिलाना है। फाइलेरिया से बचाव के उपाय :
- सोने के समय मच्छरदानी का निश्चित रूप से प्रयोग करें।
- घर के आसपास गंदा पानी जमा नहीं होने दें।
- एल्बेंडाजोल व डीईसी दवा का निश्चित रूप से सेवन करें।
- साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।