हरक सिंह रावत ने नाराज होकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट बैठक बीच में ही छोड़ दी और बाहर निकल आए। इसके बाद उन्होंने इस्तीफा सौंप दिया।
सूत्रों का कहना है कि उन्होंने बैठक के दौरान कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज बनाए जाने का प्रस्ताव रखा था, जिसे खारिज कर दिया गया। हरक सिंह लंबे समय से इस मेडिकल कॉलेज की मांग सरकार से कर रहे हैं।
हरक सिंह के करीबी सूत्रों का कहना है कि उनका पिछले कुछ समय से पार्टी नेतृत्व के साथ कई मुद्दों पर तनाव चल रहा था। लेकिन बैठक में प्रस्ताव खारिज होने से उन्हें ज्यादा दुख हुआ है।