जिस सीट पर 25 सालों से है बीजेपी का कब्जा है, वहीं से चुनाव लड़ेंगें- हरीश रावत

डीडीहाट विधानसभा में 25 सालों से बीजेपी के कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता बिशन सिंह चुफाल जीतते रहे हैं। उत्तराखंड बनने के बाद कांग्रेस को डीडीहाट में कभी भी जीत नसीब नहीं हुई है। कांग्रेस से यहां अंतिम बार 1992 में लीला राम शर्मा ने जीत दर्ज की थी। अगर हरीश रावत डीडीहाट से मैदान में उतरते हैं तो इस सीट पर रोचक मुकाबला देखने मिलेगा। यही नहीं अब तक अजेय रहे बिशन सिंह चुफाल को भी कड़ी टक्कर मिल सकती है।

उत्तराखंड कांग्रेस कैम्पेन कमेटी के चेयरमैन और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत डीडीहाट विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। नाम न छापने की शर्त पर एक दावेदार ने मीडिया को बताया कि सभी सात दावेदारों से कैम्पेन कमेटी के चेयरमैन हरीश रावत के पक्ष में प्रस्ताव हाईकमान को भेजने के लिए कहा गया है। कांग्रेस से डीडीहाट सीट पर 7 नेताओं ने अभी तक दावेदारी जताई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सातों दावेदार 11 जनवरी को पिथौरागढ़ में बैठक कर प्रस्ताव तैयार करेंगे।

डीडीहाट विधानसभा में 25 सालों से बीजेपी के कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता बिशन सिंह चुफाल जीतते रहे हैं। उत्तराखंड बनने के बाद कांग्रेस की डीडीहाट में कभी भी जीत नहीं हुई है। कांग्रेस से यहां अंतिम बार 1992 में लीला राम शर्मा ने जीत दर्ज की थी।

अगर हरीश रावत डीडीहाट से मैदान में उतरते हैं तो इस सीट पर रोचक मुकाबला देखने मिलेगा। यही नहीं अब तक अजेय रहे बिशन सिंह चुफाल को भी कड़ी टक्कर मिल सकती है। इस सीट पर कांग्रेस में काफी धड़ेबाजी है, लेकिन हरीश रावत के मैदान में आने पर सभी गुटों की एकजुट होने की पूरी उम्मीद है।

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