गाजियाबाद जिले की मोदीनगर विधानसभा सीट साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के झोली में गई थी यहां से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था। अब जबकि उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है, मोदीनगर विधानसभा सीट पर जीत-हार की संभावनाओं को लेकर राजनीतिक दलों के नेताओं की चहलकदमी शुरू हो गई है।
प्रदेश की विधानसभा की 403 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में मोदीनगर सीट किसके खाते में जाएगी, यह भविष्य के गर्भ में है। सियासी दलों के संभावित उम्मीदवार टिकट पाने की कवायद में जुट गए हैं साथ ही अपने-अपने पक्ष में लॉबिंग भी शुरू हो गई है। पिछले चुनाव के विजेता दल के नेता मतदाताओं के सामने अपने किए काम गिना रहे हैं, वहीं विपक्षी पार्टी दूसरे की खामी को सुर्खियों में लाकर अपने समीकरण फिट करने में जुटे हैं।
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में मोदीनगर विधानसभा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी डॉ. मंजू सिवाच ने जीत दर्ज की थी उन्होंने बसपा के नेता वहाब चौधरी को 66582 वोटों के अंतर से हराया था। मंजू को 1,08,631 वोट मिला था, जबकि वहाब को 42,049 वोट प्राप्त हुआ था, वहीं समाजवादी पार्टी के राम आसरे शर्मा को 32,507 वोट मिली थी। 2017 के विधानसभा चुनाव में मोदीनगर पर भारतीय जनता पार्टी का वोट शेयर 50.57 प्रतिशत था। बसपा का वोट शेयर 19.58 प्रतिशत, वहीं रालोद का वोट शेयर 13.72 प्रतिशत था।
मोदीनगर विधानसभा सीट गाजियाबाद जिले में आती है इस शहर की स्थापना 1933 में रायबहादुर गूजर मल मोदी ने यहां मोदी चीनी मिल के आरंभ से की थी। इसका नाम अपने वंशनाम मोदी पर मोदीनगर बना कर रखा था। मोदीनगर में देवी महामाया का एक प्राचीन मंदिर है, जो कि सीकरी कलां गांव में पड़ता है इस कारण ही इसे सीकरी की देवी भी कहते हैं यह देवी दुर्गा का अवतार मानी जाती हैं। यहां भाजपा का वर्चस्व माना जाता है और इस बार भी भाजपा की जीत पक्की मानी जा रही है।