टेक्सटाइल उद्योग के अपग्रेडेशन के लिए टफ योजना के बाद सरकार जल्द ही टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट योजना घोषित करने जा रही है। कपड़ा मंत्रालय ने राय जानने के लिए चैंबर ऑफ कॉमर्स समेत देश की विभिन्न संस्थाओं और उद्योगपतियों के साथ बैठक की थी। अगले पांच साल के लिए टीटीडीएस के अंतर्गत 12060 करोड़ की सब्सिडी दी जाएगी।
छोटे उद्योग लगाने वाले उद्योगपतियों को कैपिटल इन्वेस्टमेंट पर 25 से 30 प्रतिशत तक सब्सिडी केंद्र सरकार की ओर से दी जाएगी। 31 मार्च 2022 को टफ योजना पूरी हो रही है। इसके बदले नए बदलाव के साथ 1 अप्रैल 2022 से टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट स्कीम की घोषणा की जाएगी। नई सरकार नई योजना के लिए उद्योगपतियों की राय जानने के लिए कपड़ा सचिव उपेद्रसिंह की अध्यक्षता में एक बैठक की थी। इसमें देशभर के उद्योगपति शामिल हुए थे।
टेक्सटाइल स्टार्टअप के लिए 280 करोड़ का प्रावधान होगा। इसके अलावा कपड़े का उत्पादन करने वाली फैक्ट्रियों को 1230 करोड़, गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग के लिए 1625 करोड़, नीटिंग यूनिट्स के लिए 150 करोड़ की सब्सिडी का प्रावधान है। यार्न मैन्युफैक्चरिंग के लिए 375 करोड़ की सब्सिडी दी जाएगी। विदेशी कंपनियां देश में मशीनरी का उत्पादन करती हैं तो उन्हें 5000 करोड़ की सब्सिडी मिलेगी।
चैंबर अध्यक्ष आशीष गुजराती ने बताया कि टफ योजना में 10 प्रतिशत सब्सिडी मिलती थी। देशभर में 60 प्रतिशत गुजरात और इसमें से 80 प्रतिशत सूरत को फायदा होता था। नई योजना में 25 से 30 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी। इससे टेक्सटाइल के सभी क्षेत्रों को फायदा होगा। सरकार की इस योजना में दक्षिण गुजरात में भारी निवेश होगा।