नोएडा में पूर्व आईपीएस अधिकारी आरएन सिंह के घर पर पिछले तीन दिनों से आईटी विभाग छापेमारी कर रहा है। आरएन सिंह का बेटा अपने घर के बेसमेंट में एक प्राइवेट लॉकर फर्म चलाता है।
आईटी विभाग ने लॉकर की जांच करते हुए करोड़ों रुपये जब्त किए हैं। हालांकि, यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो सका कि पैसे का मालिक कौन है। फिलहाल जांच चल रही है। पता चला है कि इस तिजोरी में 30 लॉकर हैं। आरएन सिंह यूपी में डीजी प्रॉसिक्यूटर रह चुके हैं।
उनका कहना है कि उनका बेटा लॉकर किराए पर देने का काम करता है। वह कमीशन के आधार पर लॉकर किराए पर देता है। इसके पास खुद के दो लॉकर भी हैं, हालांकि जांच के दौरान इनमें से कोई भी नहीं मिला।
जांच के दौरान पूर्व आईपीएस अधिकारी आरएन सिंह ने बताया कि वह इस समय अपने गांव में हैं। उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी मिली कि आयकर की एक टीम घर पर जांच करने आई है तो मैं फौरन आ गया।
मैं एक आईपीएस अधिकारी रहा हूं। मेरा बेटा यहीं रहता है और हम भी यहीं रहते हैं। मेरा बेटा इस प्राइवेट लॉकर में काम करता है। जिसे बेसमेंट में बनाया गया है। इस पूर्व अधिकारी का कहना है कि मेरा बेटा इस लॉकर को किराए पर देता है।
प्रक्रिया वही है जो बैंक प्रदान करता है। जबकि यहां बैंक की ओर से थोड़ी और सुविधा दी जाती है। हमारे पास अपने दो निजी लॉकर भी हैं। अंदर जांच की जा रही है और सभी लॉकरों की जांच की जा रही है। हमें जो मिला है उसका पूरा हिसाब हमारे पास है।