यूक्रेन सीमा पर रूसी सैन्य कार्रवाई, 30 वर्षों में सबसे अधिक

नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने चिंता व्यक्त की है कि यूक्रेन के आसपास रूस की सैन्य तैनाती 30 वर्षों में सबसे बड़ी है। इसलिए अधिक से अधिक सैन्य बलों और सैन्य उपकरणों को व्यवस्थित करना आवश्यक हो गया है।

संयुक्त राज्य अमेरिका के पास यूरोप में 40,000 सैनिक हैं, जिसमें पोलैंड और रोमानिया सहित पूर्वी यूरोपीय देशों में 2,000 से अधिक सैनिकों को भेजने का निर्णय शामिल है। रूस की मंशा पर अनिश्चितता को लेकर मॉस्को और कीव के बीच उच्च स्तरीय राजनयिक वार्ता चल रही है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन को बातचीत के लिए बुलाया है, जबकि पुतिन ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति से मुलाकात की है। रूस ने यूक्रेन की उत्तरी और पूर्वी सीमाओं पर 100,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सीट संकट में है।

यूक्रेन के तत्कालीन राष्ट्रपति की ब्रिटेन यात्रा के बाद ब्रिटेन ने यूक्रेन को टैंक रोधी हथियार मुहैया कराने का फैसला किया है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने पूर्वी यूरोप में एजिस, एशोर और टॉम-हॉक-क्रूज मिसाइलों को तैनात किया है। ताजा खबरों के मुताबिक रूस और अमेरिका परमाणु क्षमता वाली मिसाइलों में कमी पर चर्चा के लिए तैयार हैं।

स्पैनिश अखबार अल-मेयिस ने नाटो और संयुक्त राज्य अमेरिका से जुड़े दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका मिसाइलों की तैनाती पर रूस के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है। फिर भी उन्होंने कुछ शर्तें भी रखी हैं।

रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका को यूक्रेन के साथ सीमा से या यहां तक ​​कि यूक्रेन से भी अपने सैनिकों को वापस लेना चाहिए। साथ ही मिसाइलों को हटाना। यूक्रेन को भी सीमा से अपनी सेना हटा लेनी चाहिए। लेकिन राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की प्रतिक्रिया तुरंत स्पष्ट नहीं थी।

दस्तावेजों के अनुसार, अमेरिका एक ऐसी प्रक्रिया पर बातचीत करने के लिए तैयार है जो रोमानिया और पोलैंड में एजिस एशोर और टॉम-हॉक क्रूज मिसाइलों की तैनाती न करने का एक मजबूत कारण देगा। रूस ने अपने प्रस्ताव में ऐसी शर्त रखी थी। दुनिया चाहती है कि अगर दोनों के बीच सुलह नहीं हुई तो वह चिंगारी बहुतों को जला देगी।

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