सीगल और अन्य पक्षियों को भोजन खिलाने पर 500 रुपये का जुर्माना

सितंबर-अप्रैल के दौरान प्रवासी पक्षी ठाणे झील में आते हैं और सीगल भी बड़ी संख्या में पाए जाते हैं। विदेशी भूमि से प्रवासी पक्षियों और समुद्री गूलों का प्राकृतिक भोजन मछली और अन्य जलीय जीव हैं, लेकिन लोग ठाणे झील में जाकर उन्हें फरसाना, गांधिया, शिंग और अन्य चीजें खिलाते हैं।

मनुष्य जो भोजन करता है वह पक्षियों के लिए जीवन के लिए खतरा है। तेल में तले हुए फरसाने खिलाने से पक्षी के पेट में अतिरिक्त चर्बी जमा हो जाती है जो घातक हो सकती है। इसलिए वन विभाग ने इन पक्षियों को ऐसा कोई भी भोजन न देने की अपील की है।

यह भी पाया गया है कि बहुत से लोग पक्षी को नूडल्स भी खिलाते हैं, यह मानते हुए कि पक्षी को खिलाने से उनके घर में खुशहाली आती है, जबकि यह एक मिथ्या सोच है।

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