कच्चे तेल में रिकॉर्ड तेजी के कारण डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के निचले स्तर पर , बढ़ेगी मंहगाई

रूस-यूक्रेन में चल रहे युद्ध के बीच कच्चे तेल में रिकॉर्ड तेजी के कारण डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के निचले स्तर पर पहुंच गया है। सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी मुद्रा डॉलर के मुकाबले गिरकर 76.92 पर पहुंच गया एक समय यह 76.96 के निचले स्तर पर पहुंच गया था।

केडिया एडवाइजरी के निदेशक अजय केडिया का कहना है कि रुपये में इस बड़ी गिरावट से भारत पर चौतरफा असर पड़ेगा। इससे न सिर्फ महंगाई का दबाव बढ़ जाएगा, बल्कि देश का व्यापार और चालू खाता घाटा भी बढ़ेगा। आर्थिक वृद्धि की रफ्तार पर भी असर पड़ेगा। कुल मिलाकर पूरी भारतीय अर्थव्यवस्था इसकी चपेट में आ जाएगी।

सीआर फॉरेक्स एडवाइजरी ने एक नोट में कहा कि वैश्विक बिकवाली की वजह से भारतीय शेयर बाजार में 2 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई है। मार्च में अब तक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजार से 16,800 करोड़ रुपये से ज्यादा निकासी की है। आगे भी यही रुख देखने को मिलेगा।

क्रूड ऑयल की कीमतों में तेजी जारी रही तो आगे भी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट आएगी
अजय केडिया का कहना है कि कच्चे तेल में तेजी से छह अन्य मुद्राओं के मुकाबले डॉलर इंडेक्स चढ़कर 99 के स्तर के पार पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि निवेशक सोने और चांदी जैसे सुरक्षित साधनों में निवेश कर रहे हैं। इसलिए आगे भी इक्विटी और रुपये में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।

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