-पारा मेडिकल संस्थान में एएनएम को दिया जा रहा प्रशिक्षण, मेडिकल संस्थान में एएनएम का छह दिवसीय प्रशिक्षण चल रहा है। शुक्रवार को प्रशिक्षण का तीसरा दिन था। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें एएनएम के कार्यों के बारे में बताया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवा में उनकी भूमिका क्या है और उसे कैसे लागू करना है, इस बारे में बताया जा रहा है।
स्वास्थ्य सेवा में नर्सों की भूमिका 30 प्रतिशत तक होती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए एएनएम को व्यवस्था, नीतियों, प्रोटोकॉल और तकनीकों से अवगत कराया जा रहा है। प्रशिक्षण देने का काम मास्टर ट्रेनर रिंकु कुमारी, वंदना कुमारी और श्रीशैल गेनीजर कर रही हैं। इसमें केयर इंडिया की मेरी जूली, सुषमा और राहिल सुमिता भी सहयोग कर रही हैं।
तीसरे दिन, प्रशिक्षण से पहले सभी लोगों को पहले दो दिन तक दिए गए प्रशिक्षण की पुनरावृत्ति की गई। इसमें पहले दिन बताए गए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ओवरव्यू, एएनएम की भूमिका और जिम्मेदारी, नर्सों की नीति संहिता, अस्पताल का दौरा, संगठानात्मक चार्ट, एसबीएआर का उपयोग करते हुए संचार और सामान्य सेवा नियम के बारे में बताया गया था, जिसे फिर से दोहराया गया।
इसी तरह दूसरे दिन क्लीनिकल पोस्टिंग, प्रजनन व बाल स्वास्थ्य रजिस्टर, मातृ एवं शिशु सुरक्षा, घटना की जानकारी, प्रलेखन, हाथ धोना और व्यक्तिगत रक्षा उपकरण और रोगाणुनाशन व स्टरलाइजेशन की जानकारी दी गई थी। इसे भी दोहराया गया। इसके बाद तीसरे दिन का प्रशिक्षण शुरू किया गया। इसमें क्लीनिकल पोस्टिंग, नवजात शिशु का पुनर्जीविकरण, और जैव चिकित्सकीय अपशिष्ठ प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण का समापण रविवार को होगा। कुल छह दिनों तक चलने वाले प्रशिक्षण में इन्हें ओपीडी से लेकर क्षेत्र तक में काम करने की पूरी जानकारी दी जाएगी। लोगों की काउंसिलिंग कैसे करनी है, इस बारे में बताया जाएगा। साथ ही नवजात से लेकर मातृ स्वास्थ्य के बारे में भी इन्हें जानकारी दी जा रही है। कागजी प्रक्रिया से लेकर उनके मुख्य काम के बारे में बताया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान केयर इंडिया के एफपीसी कन्हैया कुमार भी मौजूद रहे।