रूस पर यूरोपीय देशों के प्रतिबन्धों की भरमार

रूस और यूक्रेन के बीच जंग लगातार चल रही है । यूक्रेन के कई शहर तबाह हो चुके हैं । सैकड़ों सैनिक और आम नागरिक मैरे जा चुके हैं। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दुनिया के किसी भी नेता की बात सुनने के लिए तैयार नही हैं। इस बीच रूस पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की झड़ी लग गई है। अमेरिका के साथ-साथ यूरोपीय देश रूस पर धड़ाधड़ आर्थिक बैन लगा रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि पिछले 8 साल में जितने प्रतिबंध नॉर्थ कोरिया पर लगाए थे उससे ज्यादा अब रूस पर लग चुके हैं।

रूस का जी डी पी 2% गिर गया है। हाल के प्रतिबंधों के बाद, रूसी अर्थव्यवस्था कठिनाइयों का सामना कर रही है। अंतराष्ट्रीय संस्था दावा कर रहे हैं कि रूस में इस साल मई तक दिवालियापन दिख सकता है। 24 फरवरी को, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण की घोषणा की थी और रूसी सैनिकों ने उत्तर, पूर्व और क्रीमिया में एक साथ आक्रमण किया।

जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका रूस के व्यापार दर्जे को कम करेगा साथ ही रूसी शराब, समुद्री खाद्य पदार्थों और हीरों के आयात पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। ब्रिटेन की सरकार ने रूसी संसद के निचले सदन ड्यूमा के 386 सदस्यों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।

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