डीआरडीओ ने केवल 30 दिनों में बनायी सात मंजिला बिल्डिंग

भारत के रक्षा अनुसंधान संस्थान DRDO ने बेंगलुरु में वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान में सात मंजिला उड़ान नियंत्रण प्रणाली का निर्माण केवल 30 दिनों के रिकॉर्ड समय में पूरा किया। भवन का निर्माण इन-हाउस तकनीक का उपयोग करके किया गया था। सात मंजिला इमारत का प्लिंथ एरिया 15 लाख वर्ग फुट है।

सरकारी काम आमतौर पर नौकरशाहों द्वारा चलाया जाता है और सरकारी भवनों के निर्माण में आवंटित समय से अधिक समय लगता है और अक्सर इमारत के पूरा होने तक सरकार बदल जाती है।

यह भवन महज 30 दिनों में बनकर तैयार हो गया है। अधिकारियों में से एक ने कहा कि डीआरडीओ ने केवल तीस दिनों में पारंपरिक, पूर्व-इंजीनियर और प्रीकास्ट पद्धति हाइब्रिड तकनीक का उपयोग करके सात मंजिला उड़ान नियंत्रण प्रणाली के लिए भवन का निर्माण किया था।

उन्होंने कहा कि कॉम्प्लेक्स लड़ाकू विमानों के लिए एवियोनिक्स सुविधाएं और उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान लड़ाकू विमानों के लिए एक उड़ान नियंत्रण प्रणाली विकसित करेगा।

भारत एक महत्वाकांक्षी एमसीए परियोजना पर काम कर रहा है। इसके तहत पांचवीं पीढ़ी का मध्यम लड़ाकू जेट उन्नत स्टील्थ सुविधाओं के साथ विकसित किया जाएगा। इससे भारतीय वायुसेना की मारक क्षमता में काफी इजाफा होगा। परियोजना की प्रारंभिक लागत लगभग 15,000 करोड़ रुपये आंकी गई है।

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