बांग्लादेश में मुस्लिमों ने किया इस्कॉन मंदिर पर हमला, तोड़फोड़ व लूटपाट की

बांग्लादेश के ढाका स्थित इस्कॉन मंदिर पर करीब 200 लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया। भीड़ ने मंदिर को भी लूट लिया। भारतीय दूतावास ने इस मुद्दे पर बांग्लादेश सरकार को अभ्यावेदन दिया।

मंदिर संचालकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इस्कॉन मंदिर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा की चिंता नहीं है, बल्कि संयुक्त राष्ट्र को इस्लामोफोबिया की चिंता है।

भीड़ ने ढाका में इस्कॉन राधाकांत मंदिर पर हमला किया। हमले के बाद भीड़ ने कीमती सामान लूट लिया। कुछ भक्त घायल हो गए। हमले के समय मौजूद रासमणि केशवदास ने आरोप लगाया कि हाजी शफीउल्लाह नाम का एक जिद्दी आदमी भक्तों को सालों से मंदिर नहीं आने की धमकी दे रहा था।

उनके एक भाड़े के व्यक्ति, अशरफ सूफी ने भक्तों और मंदिर प्रशासकों को मारने की धमकी दी। हाजी सैफुल्ला के नेतृत्व में 200 से अधिक लोगों की भीड़ ने मंदिर पर धावा बोल दिया। हमला शाम करीब सात बजे ढाका के वारी में लाल मोहन स्ट्रीट स्थित राधाकांत मंदिर में हुआ, हमलावरों ने उस समय मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं के साथ मारपीट भी की। कई भक्त घायल हो गए।

केंद्रीय विदेश मंत्रालय के सुझाव के बाद, ढाका स्थित दूतावास ने हिंदू मंदिर पर हमले के संबंध में बांग्लादेश सरकार को एक पत्र सौंपा है। पुलिस ने बयानों के आधार पर जांच की। हालांकि कुछ श्रद्धालुओं ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने हमारी नहीं सुनी।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा है कि बांग्लादेशी सरकार हिंदुओं की रक्षा करने में बुरी तरह विफल रही है। बांग्लादेश में साजिश के तहत हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं। पिछले साल नवरात्रि के दौरान हमले किए गए और दुर्गा पंडाल को तोड़ा गया।

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