चीन ने अक्साई चिन को हथियाने साजिश रची

कश्मीरी मानवाधिकार कार्यकर्ता जुनैद कुरैशी ने बुधवार को जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 49वें सत्र के दौरान अक्साई चिन पर चीन के अवैध कब्जे का मुद्दा उठाया।

उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को बताया कि चीन ने अक्साई के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है और इसे औपचारिक रूप से “चीनी कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर” के रूप में मान्यता दिए जाने की बात उठाई है।

जवाब में जुनैद ने कहा, ‘मैं अपने पूर्वजों की भूमि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे की ओर परिषद का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। सम्मेलन में इस पर दशकों से चर्चा हो रही है।

जुनैद कुरैशी ने कहा, ‘अक्साई चिन जम्मू-कश्मीर के 20 फीसदी से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है, जो लगभग भूटान के आकार का है। संयुक्त राष्ट्र और उसके विभिन्न अंगों, जैसे कि यूएनएचआरसी, ने जम्मू और कश्मीर मुद्दे पर वर्तमान शब्दावली के आधार पर अक्साई चिन पर चीन के अवैध कब्जे को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है। जम्मू-कश्मीर के मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए इस तरह की गलती के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

1950 के दशक के दौरान, चीन ने अक्साई चिन (लगभग 38,000 वर्ग किमी) पर कब्जा कर लिया। इसके बाद इसने 1962 के भारत-चीन युद्ध के दौरान इस क्षेत्र पर अपनी सैन्य पकड़ मजबूत की। तब से यह इलाका दोनों देशों के बीच विवाद का विषय बना हुआ है।

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