पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले बलूचिस्तान की निर्वासित सरकार बनी

पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले प्रांत बलूचिस्तान की आजादी के लिए आंदोलन के नेताओं ने 31 मार्च को अपनी निर्वासित सरकार बनाई है। कनाडा में रहने वाली बलूच नेता और प्रोफेसर नयला कादरी बलूच को इस सरकार का मुखिया बनाया गया है।

शुक्रवार को जारी एक बयान में कादरी ने कहा कि वह निर्वासित बलूच सरकार के मुखिया हैं। निर्वासित सरकारें यूरोप में कहीं स्थापित की गई हैं, लेकिन सुरक्षा कारणों से घोषित नहीं की गई है।

उन्होंने कहा कि सरकार अब विभिन्न सरकारों और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ संपर्क करेगी। सभी बलूची बलों, समूहों और मंचों से भी संपर्क किया गया है। वह इस सरकार का समर्थन करेंगे और लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर सरकार चलाने में मदद करेंगे।

बलूचिस्तान की आजादी की लड़ाई लड़ रही बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के लड़ाकों ने पाकिस्तानी सैन्य एजेंसियों पर हमले तेज कर दिए हैं। मंगलवार को बीएलए ने सैन्य खुफिया (एमआई) और पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के करण शहर के कार्यालयों पर रॉकेट दागे।

बीएलए के प्रवक्ता आजाद बलूच ने कहा, “हमारे लड़ाकों ने फ्रंटियर फोर (एएफसी) चेकपोस्ट को भी निशाना बनाया।” बीएलए ने दावा किया कि कई सैनिक मारे गए और घायल हो गए। हालांकि स्थानीय पुलिस ने किसी के हताहत होने से इनकार किया है। लेकिन सूत्रों ने कहा कि स्थानीय लोगों ने घटना के बाद एम्बुलेंस को ले जाते देखा है।

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