ज्ञानवापी सर्वे में पहले दिन बेसमेंट में कल्पना से ज्यादा सबूत मिले

ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी परिसर में शनिवार को वीडियोग्राफी का सर्वे किया गया। पहले दिन मस्जिद के बेसमेंट के चार कमरों और पश्चिमी दीवार का सर्वे किया गया। विश्व वैदिक सनातन संघ के अध्यक्ष जितेंद्र बिसेन ने कहा कि यहां मंदिर के प्रमाण कल्पना से कहीं अधिक हैं।

ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी परिसर का सर्वे कार्य समय पर शुरू हो सके इसके लिए जिला प्रशासन ने सुबह से ही प्रयास शुरू कर दिए थे। पहले दिन दोपहर 12 बजे कार्यवाही पूरी हुई, जिसमें करीब 80 फीसदी सर्वे का काम पूरा हो गया। बाकी काम आज रविवार को किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक शनिवार को चार कमरों का निरीक्षण किया गया और बाकी सर्वे का काम रविवार को पूरा होने की उम्मीद है।

प्रशासन के सूत्रों के अनुसार, वादी-प्रतिवादी पक्ष के कुल 52 सदस्य मस्जिद परिसर सर्वे में लगे हैं। अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी के वकील रईस अहमद ने कहा कि आयोग की कार्यवाही सौहार्दपूर्ण माहौल में शांतिपूर्ण ढंग से चल रही है। वादी के वकील सुधीर त्रिपाठी और सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा कि सभी पक्षों से पूरा सहयोग मिला है।

किसी भी पक्ष ने आधिकारिक विवरण नहीं दिया क्योंकि अदालत ने सर्वेक्षण रिपोर्ट को गोपनीय रखने का आदेश दिया था। इस बीच ज्ञानवापी-शृंगार गौरी परिसर में चल रहे सर्वे के खिलाफ ज्ञानवापी मस्जिद प्रबंधन की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट में अगले हफ्ते सुनवाई होने की संभावना है।

शनिवार को सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड किए गए आदेश के अनुसार मामले की सुनवाई न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता एक पीठ करेगी। हालांकि, प्रस्तावित सुनवाई की तारीख अभी घोषित नहीं की गई है। मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमन ने शुक्रवार को याचिका पर तत्काल सुनवाई और अंतरिम रोक लगाने से इनकार कर दिया।

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