भरतपुर. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में सोमवार सुबह वन्यजीव गणना शुरू हो गई। गणना का कार्य मंगलवार सुबह 8 बजे तक चलेगा। तापमान में अन्य दिनों की अपेक्षा कमी रहने से गणना में लगी टीमों को गर्मी से राहत मिली है। गणना के नतीजे बुधवार तक आने की उम्मीद है। गौरतलब रहे कि कोरोना महामारी के चलते घना में दो साल से वन्यजीव गणना नहीं हो पाई थी। इसलिए गणना को लेकर इस बार खासा उत्साह दिखा।
घना में गणना सुबह आठ बजे शुरू हो गई। इसके लिए घना में वाटर हॉल स्थलों पर 23 टीमें लगाई हैं। जो यहां पर डेरा डालकर चौबीस वन्यजीवों पर निगरानी रखे हुए हैं। माना जाता है कि वन्यजीव चौबीस घंटे में एक बार जरुर पानी वाले स्थान पर पानी पीने पहुंचता है। गणना की इस पद्धति को ही वाटर हॉल कहते हैं। हालांकि, इस बार भी फिसिंग कैट नजर नहीं आई है। जबकि स्पॉट डियर व सांभर, नील गाय समेत अन्य वन्यजीव नजर आए हैं। कार्यवाहक घना निदेशक अभिमन्यु सहारण ने बताया कि गणना का कार्य मंगलवार सुबह तक चलेगा। उसके बाद टीमों के डाटा एकत्र किया जाएगा, जिसके बाद भी वन्यजीवों के सही तथ्य मालूम हो सकेंगे। उधर, बयाना उपखण्ड स्थित बंध बारैठा अभ्यारण्य में भी गणना हुई। यहां पर छह टीमें लगाई गई हैं।