मोबाईल बना रहा है बच्चों

मोबाइल में 7 घंटे से अधिक व्यस्तता, बदलती जीवनशैली और खानपान 30 की उम्र में हाइपरटेंशन का शिकार बना रही है। राष्ट्रीय असंचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के सर्वेक्षण में छिंदवाड़ा में औसत 1 लाख 80 हजार लोग उच्च रक्तचाप की समस्या से पीडि़त पाए गए हैं। विश्व हाइपरटेंशन डे 17 मई के मौके पर डॉक्टरों ने चेतावनी दी कि हालात नहीं सुधरे तो धीरे-धीरे युवा पीढ़ी भी इसकी चपेट में आ जाएगी।


सर्वेक्षण के मुताबिक 22 लाख की आबादी में औसत 37 प्रतिशत 30 साल से अधिक उम्र वाले हैं। यह संख्या 8.14 लाख है। इनमें 22 प्रतिशत यानि 1.80 लाख लोग हाईब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं। इसके चलते इस बीमारी को राष्ट्रीय असंचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम में लिया गया हैं।

इस कार्यक्रम से जुड़े डॉक्टर बता रहे हैं कि अभी तक उनकी सेवाएं 80 हजार लोग तक सीमित हैं। शेष आबादी तक पहुंचने प्रयासरत हैं। इसके अलावा यह धारणा भी हैं कि कुछ लोग बीपी के शिकार हैं लेकिन जांच न होने की वजह से सामने नहीं आ पाए हैं।

डॉक्टरों के मुताबिक द ग्लोबल स्टेटिस्टिक के सर्वे में आया हैं कि भारतीय रोजाना औसतन 7 घंटे से ज्यादा मोबाइल चलाते हैं, जिसमे ढाई घंटे से ज्यादा समय सिर्फ सोशल मीडिया को ही देते हैं। सोशल मीडिया का घंटों तक यूज करना इंसान को अनसोशल बना रहा है. इससे हाइपरटेंशन, डायबिटीज जैसी बीमारियां मुफ्त में हो रही हैं।

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