2030 तक ड्रोन हब बनेगा भारत, ड्रोन तकनीक से देश में बढ़ेगा रोजगार,

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के प्रगति मैदान में दो दिवसीय ड्रोन महोत्सव का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शन का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक भारत ड्रोन हब बन जाएगा और ड्रोन तकनीक से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह सिर्फ ड्रोन का उत्सव नहीं है, बल्कि नए भारत-नए शासन का उत्सव है। भारत में ड्रोन तकनीक के लिए जो उत्साह देखा जा रहा है वह अद्भुत है। यह ऊर्जा भारत में ड्रोन सेवा और ड्रोन आधारित उद्योग की लंबी छलांग का प्रतिबिंब है। यह ऊर्जा भारत में रोजगार सृजन के उभरते बड़े क्षेत्र की क्षमता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने प्रौद्योगिकी को एक समस्या, गरीब विरोधी माना था। 2014 से पहले, शासन में प्रौद्योगिकी के उपयोग में उदासीनता थी जिसका सबसे ज्यादा नुकसान गरीब, मध्यम वर्ग को हुआ।

उन्होंने कहा, “जब केदारनाथ का पुनर्निर्माण कार्य शुरू हुआ, तो मैं इसे ड्रोन के माध्यम से देखता था।” सरकारी कार्यों की गुणवत्ता देखने के लिए आज ड्रोन एक बहुत ही आसान विकल्प है। मुझे इसे देखने के लिए आमने-सामने जाने की जरूरत नहीं है।

कुछ समय पहले तक भारत पूरी तरह से ड्रोन के आयात पर निर्भर था। लेकिन अब वह इस मामले में तेजी से आत्मनिर्भर होते जा रहे हैं। घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के लिए फरवरी में ड्रोन के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। ड्रोन को अब केवल अनुसंधान एवं विकास, रक्षा और सुरक्षा के लिए आयात करने की अनुमति है।

“मेरा सपना देश के हर खेत में एक ड्रोन है,” उन्होंने कहा। इसकी मदद से किसान अपने खेतों में कीटनाशकों का छिड़काव कर सकेंगे और खाद भी डाल सकेंगे। इसके लिए किसानों को खेत तक जाने की जरूरत नहीं है।

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