भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में अपनी वार्षिक रिपोर्ट में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बैंकिंग क्षेत्र से जब्त किए गए नकली नोटों के विवरण का खुलासा किया था। आरबीआई ने कहा कि 2,000 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि अन्य मूल्यवर्ग के नकली नोटों की अर्थव्यवस्था में करोड़ों रुपये की बढ़त आई है। हालांकि, अब देश में 5 फीसदी लोग नकली नोटों को पहचान सकते हैं।
देश में न केवल 500 और 2,000 रुपये के नकली नोट जब्त किए गए, बल्कि 10, 20, 100 और के नकली नोट भी सामने आए हैं। 500 रुपये के नकली नोटों की संख्या में वृद्धि के बावजूद 100 और 50 रूपये के नकली नोटों की संख्या में गिरावट आई है।
आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक 2,000 मूल्यवर्ग के नकली नोटों में 3% की वृद्धि हुई है। हालाँकि, RBI और बैंकों के प्रयासों की बदौलत 4% भारतीय अब नकली नोटों की पहचान करने में सक्षम हैं। आरबीआई की रिपोर्ट में पुलिस, प्रवर्तन निदेशालय या किसी अन्य जांच एजेंसी द्वारा जब्त किए गए नकली नोट शामिल नहीं हैं। आरबीआई ने उनके और बैंकों के पास रखे जाली नोटों की ही जानकारी दी है।