लक्ष्मीबाई कॉलेज में वाईएसएस योगा ने अंतरराष्ट्रीय दिवस पर मेगा योगा शिविर का आयोजन किया

-वाईएसएस योगा में लोगों ने बढ़चढकर योगा किया
नईदिल्ली
नईदिल्ली के अशोक विहार स्थित लक्ष्मीबाई कॉलेज में वाईएसएस योगा ने अंतरराष्ट्रीय दिवस पर मेगा योगा शिविर का आयोजन किया। इस खास आयोजन में लोगों का उत्साह देखते बन रहा था। वाईएसएस योगा के संयोजक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि आज योगा का महत्व बढा है। पीएम मोदी की अगुआई में वैश्विक स्तर योगा का महत्व बढ़ा है।

निश्चिततौर पर भारत विश्व गुरु बनकर उभरा है। प्रदीप गुप्ता ने कहा कि इस ग्राउंड में आपको उत्साह साफ दिख रहा होगा जिसप्रकार से लोगों ने उत्साह दिखाया है यह साफ दर्शाता है कि योग से ही निरोग रहा जा सकता है। आज कई तरह की बीमारियां मनुष्य को घेर रही है जिससे निजात योग ही दिलाएगी।

इस मौके पर वाईएसएस के समन्वयक सुभाष सबरवाल ने कहा कि आज यह संस्था काफी लोकप्रिय हो गया है। योग तो प्रत्येक दिन होता ही है इसके साथ ही समाज कल्याण के लिए कई कार्य भी लगातार किए जा रहे हैं। कोरोना काल में लक्ष्मीबाई कॉलेज में गरीबों के लिए लगातार सहायता कार्य चलाया जा रहा था। जिससे जरूरतमंदों को विशेष सहायता दिया जा सके। सुभाष सवरबाल ने कहा कि वाईएसएस ने शरीर दान के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया और आज इस संस्था में 13 लोगों ने शरीर दान को तैयार हो गए हैं जिसमें यूएस से भी लोगों हैं।

सुभाष सवरबाल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर हमारी पहचान योगा से हुई है। आज आठ वर्ष हो गए हैं और अब तो हमारे गुरुओं की मांग भी बढ़ी है। इस मौके पर वाईएसएस के साथ कार्य करने वाले संजीव गर्ग ने कहा कि आज सुबह चार बजे से ही लोग यहां आने शुरू हो गए। करीब दो हजार लोगों ने एक साथ योगा किया। जहां योगा के विभिन्न रूपों को किया गया। संगीत योगा और हांस्य योगा का लोगों ने लुत्फ उठाया। संजीव गर्ग ने कहा कि अमृत महोत्सव में योगा पर देश भर में कार्यक्रम हो रहे हैं जिसमें वाईएसएस का भी योगदान है।


योग कार्यक्रम की शुरुआत गणेश पूजन के साथ किया गया। वाईएसएस योगों में लोगों को बीच बीच में योग के महत्व पर चर्चा भी की गई। मिट्टी के महत्व को भी समझाया गया। जिसे लेकर बच्चों ने पोस्टर लेकर जागरूक किया। वाईएसएस योगा में आए लोगों ने कहा कि आज जिस प्रकार से योगा किया इससे मन में उत्साह आया है। अब प्रतिदिन योगा किया जाएगा। गौरतलब है कि विश्व योग दिवस 21 जून 2015 को वैश्विक स्तर पर मनाया जाना शुरू हुआ। इस वर्ष आठवां वर्ष है जिसमें देश भर में उत्साह देखते बना।

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