देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने देवरिया से वो बात बोल दी जिसके बारे में सोचते हुए अक्सर मेरी आंखे नम हो जाती है। आज मोदी जी ने कहा :
ये आप लोगों का आशीर्वाद रहा कि गुजरात में इतने साल तक मुख्यमंत्री रहा, 5 साल से देश का प्रधानमंत्री हूं।
लेकिन सत्ता के इन वर्षों को मैंने खुद की और अपने परिवार की गरीबी दूर करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया।
मैंने गलती से भी कभी देश के खजाने पर, गरीब के अधिकार के एक एक पैसे पर कभी हाथ ना लगाया ना लगाने दिया।
मैंने कभी खुद भी जोड़ तोड़ करके अमीर बनने का सपना ना देखा है और ना ही परिवार वालों को यह सपना दिखाया है।
भाईयो बहनो मान लीजिए आज तो मेरा शरीर दौड़ रहा है, आप मुझे प्रधानसेवक बनाते चले जा रहे है, लेकिन 20 साल 25 साल के बाद आखिर शरीर भी तो कमजोर हो जाएगा और उस समय जब मैं छुट्टी लूंगा तो मुझे डूंढना पड़ेगा कहीं किराए का कमरा मिल जाए, ताकि मैं वहां रहने चला जाऊं।
ऐसी जिंदगी जी करके चला आय हूं, आज जो लोग मुझसे सर्टिफिकेट मांग रहे है उनकी संपत्ति से मेरी संपत्ति की तुलना कर लीजिए जरा भाईयो बहनों।
जब गरीबों ने उन्हें सत्ता दी तो उन्होंने गरीबों को ही लूट लिया, जब आपने मुझे सेवा का अवसर दिया, तो मैंने गरीब के घर मुफ्त गैस कनेक्शन पर ध्यान दिया, मुफ्त बिजली कनेक्शन पर ध्यान दिया, उसके घर में शौचालय बने,
उसके पास बैंक अकाउंट हो, उसे 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिले, उसका जीवन आसान बने इस पर ध्यान दिया, मोदी ने अपना जीवन तो इन बातों के लिए खपा दिया।
मोदी जी ने नोट बंदी के बाद कहा था, “मैं लड़ाई लड़ रहा हूं आपके लिए, भाईयो बहनों ज्यादा से ज्यादा ये मेरा क्या कर लेंगे ? अरे हम तो फकीर आदमी है, झोला लेकर चल पड़ेंगे जी”.
मैं जितना मोदी जी को जनता हूं, उन्होंने कभी देश से झूठ नही बोला है. उनके भाषणों का एक एक शब्द देश और देशवासियों के प्रति उनका संकल्प है।
इतने लंबे समय तक 3 बार गुजरात का मुख्यमंत्री और 5 साल से देश का प्रधानमंत्री रहने के बाद भी मोदी जी के पास कुछ भी नहीं है, वाकई वो फकीर ही है।
वहीं लालू, मुलायम, माया, या अन्य किसी भी नेता को देख लीजिए, राजनीति में आने के बाद करोड़ो अरबो की संपत्ति बना कर बैठे है साथ ही अपने परिवार, रिश्तेदारों को भी करोड़पति बना दिया है।
मोदी जी जैसे जन नायक मां भारती का अमूल्य रत्न है, ऐसा महान नेतृत्व सदियों में एक बार ही मिलता है, मैं और करोड़ों भारतवासी धन्य है जो इस स्वर्णिम काल खंड के गवाह है।
भारत को मोदी जी जैसे ईमानदार नेतृत्व की जरूरत है,
जो मैं देख और समझ रहा हूं,
भगवान से यही प्रार्थना करता हूं कि सवा सौ करोड़
देशवासी भी समय रहते
“भारत भाग्य विधाता”
को पहचान सकें और भारत नरेंद्र मोदी जी
के नेतृत्व में विश्व गुरु बने।