सूरत के सानिया हेमाड, सरोली, कुम्भरिया गांवों में खाड़ी का पानी घुसा: 250 लोग विस्थापित

सूरत,

सूरत कडोदरा रोड पर कंगारू सर्किल से कैपिटल स्क्वायर तक डेढ़ फुट पानी भर गया। सूरत जिले के ऊपरी इलाकों सूरत में बारिश रुकने के बाद दूसरे दिन सरोली, पुना कुम्भरिया हलपतिवास और सानिया अहमद के माधव बाग समेत कुछ इलाकों में जलजमाव के चलते नगर निगम की बचाव कार्यवाही चल रही है जिसके अंतर्गत 250 लोगों को निकाला गया।

आज सुबह सूरत-कडोदरा रोड पर कंगारू सर्किल और उसके आसपास के इलाकों में पानी भर गया। यह समस्या हर बार होती है क्योंकि कामरेज वालक नाले का पानी तापी नदी में बहने से रोककर मीठी नाले में डाल दिया गया है। हर साल सानिया-हेमाड और कुंभरिया गांवों में नाले में बाढ़ आती है।

जिले में कल भले ही बारिश थम गई हो, लेकिन आज सानिया-हेमाड़ और सरोली-कुंभरिया गांव में नाले का पानी भर गया है। इसके अलावा सूरत कडोदरा मेन रोड पर कंगारू सर्कल से लेकर कैपिटल स्क्वायर तक के इलाके में भी डेढ़ फुट पानी भर जाने से वाहन चालकों की परेशानी बढ़ गई।

नाले का पानी सानिया अहमद, कुम्भरिया हलपतिवास और सरोली इलाकों में फिर से फैल गया। निचले इलाकों में डेढ़ से दो फीट पानी घुस जाने से लोगों को परेशानी हुई। इसकी सूचना मिलने पर नगर पालिका ने घरों में फंसे 250 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। मनपा ने सभी लोगों के लिए खाने के पैकेट की भी व्यवस्था की।

इसके अलावा लिंबायत अंचल के पर्वत गांव में माधव बाग सोसायटी के पास हर साल नाले में बाढ़ आ जाती है। इस वर्ष भी माधव बाग में एक फुट तक पानी भर गया है। स्थानीय लोगों का कहना है की हर वर्ष यह समस्या आती है लेकिन प्रशासन ने कभी इसका कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किया।

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