झारखंड में बारिश की कमी से किसान चिंतित

झारखंड के किसानों को कम बारिश की चिंता बनी हुई है। सोमवार को मानसून की कमी 49 प्रतिशत तक पहुंच गई, जो उत्तर प्रदेश के बाद देश में सबसे अधिक है।  देश में सात राज्यों में बारिश की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें यूपी में सबसे ज्यादा 54 फीसदी की कमी दर्ज की गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, झारखंड के ठीक बाद बिहार में 45 प्रतिशत की कमी है। झारखंड में पिछले कुछ दिनों में अच्छी तरह से बारिश हुई है, लेकिन किसानों के अनुसार धान की बुवाई के लिए पर्याप्त नहीं है।

रांची मौसम विज्ञान केंद्र के इंचार्ज डॉ. अभिषेक आनंद ने कहा कि झारखंड देश के उन कुछ राज्यों में से है, जो वर्षा की कमी का सामना कर रहे हैं। राज्य में वर्षा का वितरण अच्छा है, लेकिन मात्रा बहुत खराब है।

उन्होंने कहा कि अच्छी बारिश के लिए उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरे दबाव का क्षेत्र जरूरी है। मानसून खत्म होने में हमारे पास दो महीने से ज्यादा का समय है। हमें उम्मीद है कि स्थिति में सुधार होगा।”

आनंद ने कहा कि अगले तीन दिनों में काफी व्यापक बारिश की भविष्यवाणी की गई है। 28 और 29 जुलाई को, राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है।

24 जिलों में से 17 जिलों में 50 प्रतिशत बारिश की कमी का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें चतरा और साहिबगंज सबसे अधिक 79 प्रतिशत की कमी का सामना कर रहे हैं। केवल पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम जिलों में क्रमश: 9 प्रतिशत और 14 प्रतिशत की कमी के साथ सामान्य वर्षा हुई है। 

SHARE