कायाकल्प को लेकर अस्पताल प्रभारियों को दिया गया प्रशिक्षण

 -सदर अस्पताल के विक्टोरिया भवन में तैयारियों को लेकर हुई चर्चा

-जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के प्रभारी प्रशिक्षण में हुए शामिल

 भागलपुर, 29 जुलाई-

सदर अस्पताल के विक्टोरिया भवन में शुक्रवार को कायाकल्प निरीक्षण की तैयारियों को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के प्रभारी और स्वास्थ्य प्रबंधक शामिल हुए। इस दौरान डीएचएस के डॉ. प्रशांत कुमार, डीपीएम फैजान आलम अशर्फी, आरपीएम रूपनारायण शर्मा, डैम विकास कुमार, केयर इंडिया के डीटीओ फैसिलिटी डॉ. राजेश कुमार मिश्रा शामिल हुए। प्रशिक्षण देने का काम डॉ. प्रशांत कुमार और केयर इंडिया के डॉ. राजेश कुमार मिश्रा ने किया।

 प्रशिक्षण सत्र में सभी अस्पताल प्रभारियों और स्वास्थ्य प्रबंधकों को कायाकल्प विजिट से पहले किस तरह की तैयारी करनी है, इस बारे में बताया गया। कहा गया कि कायाकल्प विजिट में साफ-सफाई पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। लोगों में संक्रमण नहीं फैले, इसे लेकर अस्पताल परिसर में साफ-सफाई रखें। कायाकल्प के जो भी 8 मानक हैं, उस पर अस्पताल को खरा उतारें। साथ ही सिर्फ निरीक्षण से पहले ही नहीं, सभी दिन अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था रखें। इसके साथ-साथ लक्ष्य और एनक्वास को लेकर भी चर्चा हुई। सभी अस्पताल प्रभारियों और स्वास्थ्य प्रबंधकों को लक्ष्य के 11 मानकों के मुताबिक भी तैयार रहने के लिए कहा गया। इसके साथ-साथ सदर अस्पताल और शाहकुंड सीएचसी को इस बार एनक्वास (नेशनल क्वालिटी स्टैंडर्ड) के लिए भी तैयार रहने के लिए कहा गया। 

इस बार और बेहतर करना हैः कायाकल्प, लक्ष्य और एनक्वास को लेकर पहले भी सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने सभी अस्पताल प्रभारियों को बेहतर तैयारी करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा था कि पिछली बार कायाकल्प में भागलपुर के 12 प्रखंड के अस्पतालों और 6 शहर के अस्पतालों ने बेहतर किया था। इस बार कायाकल्प के साथ-साथ लक्ष्य में भी बेहतर करना है। पिछली बार भी लक्ष्य में भागलपुर सदर अस्पताल ने क्वालीफाई किया था। इस बार और बेहतर करना है। कायाकल्प का निरीक्षण जल्द ही होना है, इसे लेकर सभी अस्पताल प्रभारियों और स्वास्थ्य प्रबंधकों को तैयार रहने के लिए कहा गया था। साथ ही इस बार एनक्वास पर भी फोकस किया जाएगा, ऐसा भी उन्होंने कहा था।

अस्पतालों में हमेशा रहे बेहतर सुविधाः डॉ. प्रशांत कुमार ने बताया कि जिले के सभी अस्पतालों में अच्छी सुविधाएं हैं, उसमें स्थिरता लाने पर फोकस किया जा रहा है। प्रशिक्षण के दौरान इसी बात पर फोकस किया गया। पिछली बार तो बेहतर प्रदर्शन हुआ था, लेकिन इस बार भी बेहतर करना है। यह जानकारी प्रशिक्षण के दौरान दिया गया। हर साल कायाकल्प और लक्ष्य का विजिट होता है, इस वजह से सभी अस्पताल प्रभारियों और स्वास्थ्य प्रबंधकों को इसकी जानकारी है ही। बस उस दिशा में प्रयास शुरू कर देना है प्रशिक्षण में यह बताया गया। पिछली बार जिले के कुल 18 सरकारी अस्पतालों ने बेहतर किया था। हमलोगों की कोशिश है कि यह नंबर और आगे जाए।

SHARE