मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना से हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को मिल रही संजीवनी 

 योजना के तहत सफल ऑपरेशन होने के बाद आज सामान्य जिंदगी जी रहा है 10 वर्षीय बाबू सिंह 

 राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत डीईआईसी मुंगेर के द्वारा लगातार हृदय रोग की स्क्रीनिंग के लिए बच्चों को भेजा जा रहा है पटना मुंगेर, 29 जुलाई

मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के लिए संजीवनी साबित हो रही है। इस योजना के तहत राज्य सरकार के सहयोग से गुजरात के अहमदाबाद स्थित सत्य साई अस्पताल में जन्मजात हृदय रोग का सफल ऑपरेशन होने के बाद मुंगेर जिला के असरगंज प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत रहमालपुर गांव निवासी दुर्गेश सिंह और खुशबू सिंह का 10 वर्षीय पुत्र आज बिल्कुल सामान्य  जिंदगी जी रहा है। 

जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक नसीम रजि ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर (डीईआईसी) मुंगेर के द्वारा लगातार जिला के विभिन्न प्रखंडों  से बाल हृदय रोग से ग्रसित बच्चों को चिह्नित  कर स्क्रीनिंग के लिए राजधानी पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) और इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आई जीआईसी) भेजा जाता है। वहां स्क्रीनिंग होने के बाद पुनः सभी बच्चों को एक कैम्प जिसमें गुजरात के अहमदाबाद स्थित सत्य साई अस्पताल या अन्य अस्पताल जहां बच्चों के ह्रदय का निःशुल्क ऑपरेशन होना है वहां के डॉक्टर अपने स्तर से स्क्रीनिंग करते हैं  कि किन-किन बच्चों को ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद ले जाना है। इसके बाद राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना के तहत हृदय रोग से पीड़ित बच्चे का ऑपरेशन निःशुल्क होता है।

अभी तक मुंगेर के असरगंज प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत रहमालपुर गांव स्थित दुर्गेश कुमार सिंह और खुशबू सिंह के 10 वर्ष के पुत्र बाबू सिंह का इस योजना के तहत सफल ऑपरेशन हुआ है। वो आज के समय में बिल्कुल ही सामान्य जिंदगी जी रहा है। उस बच्चे का ऑपरेशन पिछले वर्ष अक्टूबर के महीने में हुआ था। इसके साथ ही सदर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मोकबिरा गांव निवासी बिहारी महतो की 7 वर्षीय पुत्री शिवानी कुमारी को मार्च महीने के 15 तारीख को स्क्रीनिंग के पटना भेजा गया था।

वहीं 29 मार्च को अहमदाबाद के सत्य साई अस्पताल के हृदय रोग के चिकित्सकों के द्वारा शिवानी को ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद भेजे जाने की बात कही गई। राज्य सरकार से निर्देश मिलने के बाद बहुत ही जल्द शिवानी को उसके परिवार के एक सदस्य के साथ ऑपरेशन करवाने के लिए अहमदाबाद भेज दिया गया।

राष्ट्रीय  बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) की  नोडल अधिकारी डॉ. बिंदू ने बताया कि बाबू सिंह और शिवानी कुमारी के अलावा भी बाल ह्रदय रोग से चिह्नित  कई बच्चों को स्क्रीनिंग के लिए पटना स्थित आईजीआईएमएस और आईजीआईसी भेजा गया है। वहां स्क्रीनिंग के बाद सभी बच्चों को वेटिंग फ़ॉर कैम्प के लिए रखा गया है।  जिसमें  सत्य साई अस्पताल के डॉक्टर अपने स्तर से चेक करने के बाद यह तय करेंगे कि किन-किन बच्चों को ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद ले जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मई के महीने में चार और जून के महीने में कुल 6 हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को स्क्रीनिंग के लिए पटना स्थित आईजीआईएमएस भेजा गया है जिन्हें वेटिंग फ़ॉर कैम्प के लिए रखा गया है। मई के महीने में कन्हैया पासवान की बेटी करीना कुमारी, मो.सज्जाद की  बेटी साबिहा, अरविंद कुमार की  बेटी अनन्या राज और उज्ज्वल कुमार के बेटे आरव सिंह को और जून के महीने में शशि कांत के बेटे लक्ष्य, समीर कुमार के बेटे रणवीर कुमार, मो.इरशाद के बेटे मो. माहिर, सत्येंद्र शेखर कुमार के बेटे सिंह, जयराम चन्द्र की  बेटी सोनम कुमारी और पन्नालाल के बेटे गोलू कुमार को स्क्रीनिंग के लिए पटना भेजा गया है। इन सभी बच्चों को वेटिंग फ़ॉर कैम्प के लिए रखा गया है।

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