मुंबई
मुंबई के कई इलाकों को आजादी का अमृत महोत्सव या आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर 13 से 15 अगस्त तक राष्ट्रीय ध्वज के रंगों में रोशन किया जा रहा है। मुंबई नगर निगम और कुछ सार्वजनिक और निजी संगठनों द्वारा विरासत वाली संरचनाओं और इमारतों को राष्ट्रीय ध्वज के रंगों से रोशन किया जाएगा। ।
शिवाजी पार्क और चैतन्यभूमि जैसे स्थानों के साथ-साथ योगक्षेम बिल्डिंग ऑफ लाइफ इंश्योरेंस, मुंबई विश्वविद्यालय, छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय, जहांगीर आर्ट गैलरी, आरबीआई क्वार्टर, एशियाई पुस्तकालय और गेटवे जैसे स्मारकों को प्रकाश व्यवस्था के लिए चुना गया है।
साथ ही नगर पालिका ने लोगों से अपने घरों में लाइट लगाने की भी अपील की है। लोगों के बीच राष्ट्रीय ध्वज भी बांटे गए।
भारत सरकार ने सभी राज्यों और नगर पालिकाओं को देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का निर्देश दिया है।
नगर पालिका की ओर से हर घर तिरंगा अभियान के प्रभारी अपर नगर आयुक्त आशीष शर्मा ने कहा कि हमें नागरिकों के साथ-साथ उद्योग जगत से भी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है, जिनमें से कई नकदी के साथ मदद कर रहे हैं। कुछ कंपनियों ने अपने सीएसआर फंड से झंडे और सजावटी सामान का प्रावधान किया है।
शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार ने इस अवधि के लिए राष्ट्रीय ध्वज से संबंधित ध्वज संहिता के नियमों में ढील दी है। लेकिन हमने लोगों से अपील की है कि इस झंडे को हीरक महोत्सव की स्मारिका के रूप में रखें और अगले साल फिर से इसका इस्तेमाल करें।
नगर पालिका ने आजादी का अमृत महोत्सव और हर घर तिरंगा लोगो की सॉफ्ट कॉपी स्कूलों और कॉलेजों को भेजी है ताकि वे अपने भवनों पर प्रिंट और प्रदर्शित कर सकें।
इस बीच मरीन ड्राइव के कुछ रहवासियों ने घरों में रौशनी के खर्च को लेकर आपत्ति जताई है। उनके मुताबिक तीन दिन का बजट एक लाख रुपये से ज्यादा का आता है।
हालांकि वार्ड अधिकारी शिवदास गुरव ने कहा कि हमने लोगों से घरों में रोशनी करने की अपील की है लेकिन यह अनिवार्य नहीं है। हमने उन्हें पत्र भेजा है ताकि उनकी प्रबंध समिति को राशि खर्च करने की अनुमति मिल सके।
गुरव ने स्वीकार किया कि तीन दिनों तक घरों में तिरंगा रौशनी पर एक लाख रुपये से अधिक का खर्च आ सकता है, लेकिन कफ परेड रेजिडेंट्स एसोसिएशन ने करीब 40 घरों को रौशन करने की तत्परता दिखाई है।