प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नौवीं बार लाल किले की प्राचीर से देश के संबोधित किया। 76वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री ने लाल किले से झंडा फहराया और 83 मिनट तक देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि विश्व का भारत को देखने का नजरिया बदल चुका है। विश्व की सोच में ये बदलाव 75 साल की हमारी अनुभव यात्रा का परिणाम है।
पीएम ने नारी शक्ति के सम्मान की बात भी कही, पीएम ने कहा कि नारी के अपमान से मुक्ति का संकल्प लें। भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद पर हमला बोलते हुए एक नया नारा भी दिया है।
हमारी कोशिश है कि जिन्होंने देश को लूटा है, उनको लौटाना भी पड़े। हम इसकी कोशिश कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना है। मुझे इसके खिलाफ लड़ाई को तेज करना है।
पीएम मोदी ने कहा कि आगामी 25 साल के लिए हमें 5 संकल्प लेने होंगे। हमें आजादी के दीवानों के सपनों को पूरा करने के लिए 5 प्रण लेने होंगें ये प्रण हैं-
1. विकसित भारत
2 .गुलामी के हर अंश से मुक्ति का प्रण
3. विरासत पर गर्व
4. एकता और एकजुटता का प्रण
5. नागरिकों को अपने कर्तव्यपालन का प्रण
उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान, जय किसान का नारा दिया था। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने इसमें जय विज्ञान जोड़ा और अब इसमें जय अनुसंधान जोड़ने का समय आ गया है। अब जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान होगा।
पीएम ने कहा, देश में हर हाल में नारी का सम्मान जरूरी है। उन्होंने आजादी के उन महान क्रांतिवीरों को नमन किया जिन्होंने अंग्रेजों की हुकूमत की नींव हिला दी थी और देश को आजादी दिलाई।
पीएम मोदी ने कहा कि आज पहली बार भारत में निर्मित 21 तोपों की सलामी दी गई है जिस पर हमें गर्व है।