मां बहनों के सम्मान की रक्षा के प्रधानमंत्री के आवाहन को आत्मसात करें बच्चे – झा
भोपाल
माउंट कार्मेल स्कूल बागसेवनिया में आजादी की 75 वी वर्षगांठ वरिष्ठ पत्रकार फिल्म सेंसर बोर्ड के पूर्व सदस्य रमेश शर्मा के मुख्य आतिथ्य में ,राजनीतिक विश्लेषक,स्तंभकार,आई एफ.डब्ल्यू जे .के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्ण मोहन झा के विशेष आतिथ्य में एवं संस्था की प्राचार्य सिस्टर अर्चना की अध्यक्षता में मनाया गया गया। अतिथियों के द्वारा झंडा वंदन के उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत हुई जिसमें संस्था के छात्रों ने नृत्य नाटिका ,भाषण एवं डांस के माध्यम से आजादी के महत्व एवं आजादी के संघर्षों को बताने का प्रयास किया।
संस्था की प्राचार्य सिस्टर अर्चना ने अपने स्वागत उदबोधन में बताया कि माउंट कार्मेल विगत 25 वर्षों से इस क्षेत्र में शिक्षा की अलख जगाये हुए है |उन्होंने आजादी के संघर्षों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह आजादी हमें लाखों लोगों की कुर्बानी से प्राप्त हुई है, आज की पीढ़ी को इस आजादी को बनाए रखने के लिए नागरिक कानूनों का एवं अधिकारों का पालन इमानदारी के साथ करना चाहिए।
सिस्टर अर्चना ने कहा कि वर्तमान परिवेश में हमें एक होकर भारत के विकास में योगदान देना चाहिए संगठन शक्ति ही हमारी पहचान रही है, हम बड़ी से बड़ी आपदा इसी ताकत के बल पर झेल पाए हैं। सिस्टर ने कहा कि आजादी के बाद हम विकास के नए आयाम तय कर रहे हैं ,विश्व में भारत की गिनती विकासशील देशों में होती है | बच्चे कल का भविष्य है और उन्हें भारत को आगे ले जाने में बहुत मेहनत समर्पण और त्याग करना होगा।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रमेश शर्मा ने बच्चों से कहा की डॉ हेडगेवार ,वीर सावरकर, महात्मा गांधी ,पंडित जवाहरलाल नेहरू जैसे महान लोगों की वजह से भारत को आजादी मिली। जब देश आजाद हुआ तो 99% आबादी के पास दाल रोटी की समस्या थी लेकिन आजादी के इन 75 वर्षों में हमने इस प्रतिशत को कम कर दिया है। देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ,इंदिरा गांधी ,अटल बिहारी वाजपेई और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत कुछ दिया है।
हम कल्पना कर सकते हैं जब देश में सुई भी नहीं बनती थी कैसी स्थिति रही होगी। आज हम बड़े-बड़े रॉकेट युद्धपोत और हर नई तकनीक का इजात कर रहे हैं, हमारे कृषक वैज्ञानिक, शिक्षक प्रशासक ,राजनेता लगातार इस देश को उन्नति के पथ पर ले जाने में अपना सब कुछ लगा रहे हैं।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में मौजूद कृष्ण मोहन झा ने कहा कि आजादी का संघर्ष बहुत बड़ा रहा है ,अभी हमने नृत्य नाटिका के माध्यम से देखा कि कितने संघर्षों से आजादी प्राप्त हुई है इन संघर्षों से सीख ले कर हमें आगे कार्य करना पड़ेगा और उत्कृष्ट भारत एवं एक्सीलेंस भारत का निर्माण करना है| कॅरोना काल में जब यह विभीषिका पूरी तरह से लोगों को घेरे हुए थी ,ऐसे समय में भारत के वैज्ञानिकों ने वैक्सीन इजाद की और हमने 200 करोड़ टीकाकरण किया गया।
इसके अलावा हमने विदेश में भी लोगों को वैक्सीन प्रदान की। भारत के इस कार्य की सराहना अमेरिका चीन रूस जापान ऑस्ट्रेलिया पाकिस्तान सहित अनेक देशों ने की। डब्ल्यूएचओ ने भारत की इस उपलब्धि के लिए भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। आजादी के 75 वर्ष बाद भारत विश्व गुरु बनने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है।
देश के प्रधानमंत्री ने आज स्वतंत्र दिवस के अवसर पर भारत की जनता से अपील की है कि वह आपसी संवाद में मां बहनों का अपमान ना करें उन्हें गाली ना दें ,नारी नारायणी का रूप है भारत में पुरातन काल से ही नारी का सम्मान किया जाता रहा है। श्री झा ने बच्चों से अपील की कि वे प्रधानमंत्री के इस आह्वान को आत्मसात करें और माता बहनों का हमेशा सम्मान करें।
श्री झा ने इस अवसर पर स्कूल प्रबंधन को धन्यवाद देते हुए कहा कि देश में शिक्षा के क्षेत्र में अपना सर्वस्व निछावर कर कार्य करने वाले सिस्टर पवित्रा सिस्टर अर्चना सिस्टर लिसी जैसे लाखों लोग ने संस्कृति की रक्षा के साथ-साथ लोगों को शिक्षित करने का कार्य किया है।
आज कार्मेल और माउंट कार्मेल के बच्चे देश में अलग-अलग क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिकाओं का निर्वहन कर रहे हैं, बच्चों को इतने अच्छे संस्कार के साथ शिक्षा देने के लिए पूरे प्रबंधन का साधुवाद। कार्यक्रम के अंत में संस्था की उप प्राचार्य सिस्टर लिसी ने आभार प्रदर्शन किया।