राजस्थान से लेकर बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा जैसे सभी राज्यों में भारी बारिश के कारण जलजमाव की स्थिति बनी हुई है। इन राज्यों के शहर चमगादड़ बन गए हैं और सड़कें नहरों की तरह हो गई हैं।
इन राज्यों के शहरों में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं बचेगा जो पानी से प्रभावित न हो। कई जगह तो ऐसे हालात बन गए हैं कि लोगों को नावों के सहारे ही इधर-उधर जाना पड़ रहा है।
राजस्थान में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश से कोटा, झालावाड़ और आसपास के इलाकों में बाढ़ आ गई है। कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने से निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। कोटा बैराज के 19 में से 14 गेट खोल दिए गए हैं और करीब चार लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। कोटा में स्कूल और कोचिंग संस्थान बंद रहे। कोटा की हर गली में पानी बह रहा था। कम होने के बावजूद मौसम विभाग ने अभी भी भारी बारिश की चेतावनी दी है।
मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल सहित कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद रहे, क्योंकि मध्य प्रदेश में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश हुई। कई बांधों के द्वार खोलकर नदियों, नहरों, बांधों और बैराजों में पानी का एक बड़ा स्रोत छोड़ा गया। मौसम विभाग ने भारी बारिश के कारण यात्रा या यात्रा से बचने की सलाह दी है।
इसके अलावा ओडिशा में भारी बारिश के कारण उत्तरी ओडिशा के कई जिले जलमग्न हो गए। भारी बारिश के कारण सभी नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है और पानी शहरी क्षेत्रों में भी प्रवेश कर गया है। इसके अलावा मछुआरों को समुद्र में न चलने की हिदायत दी गई है। लोगों से काम के अलावा घर से बाहर न निकलने की भी अपील की गई है।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश और बिहार में भी भारी बारिश हुई है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हालात ऐसे थे कि सड़कें नजर नहीं आ रही थीं, सिर्फ पानी ही नजर आ रहा था।
वहीं पटना में भी गंगा नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर के करीब पहुंच गया है।
हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में पानी की बर्बादी का आकलन करना मुश्किल है। इसके बाद एनडीआरएफ की टीमों को हर डेंजर जोन में भेजा गया है।