नईदिल्ली-
सीईजीआर के डायरेक्टर रविश रोशन ने प्रो. अनिल डी सहस्त्रबुद्धे को नेशनल एजुकेशन टेक्नॉलोजी फोरम के चेयरमैन बनने पर बधाई देते हुए कहा कि आपके मार्गदर्शन में एनईटीएफसी मुकाम हासिल करेगा। रविश रोशन ने कहा कि आपके मार्गदर्शन में एआईसीटीई में कई तरह के परिवर्तन हुए जिसका लाभ संस्थानों को मिल रहा है। आपने विगत आठ वर्षों में एआईसीटीई को पारदर्शी बनाया जिससे संस्थानों एवं एआईसीटीई के बीच सामंजस्य स्थापित हुआ।
रविश रोशन ने कहा कि प्रो अनिल डी सहस्त्रबुद्धे के मार्गदर्शन में एआईसीटीई ने हैक्थोन एवं न्यू टेक्नोलोजी को अपनाया जिससे छात्रों को सीधे लाभ मिला। आपके मार्गदर्शन में हैक्थोन का लाभ आज हजारों छात्रों को मिला है। जहां सरकार सीधे छात्रों से जुड़ गया। आपके मार्गदर्शन में देश के छात्रों में रिसर्च एवं इनोवेशन की संस्कृति को बढ़ावा दिया गया यह अद्भूत प्रयास है।
रविश रोशन ने कहा कि प्रो. अनिल डी सहस्त्रबुद्धे की अगुआई में स्टार्ट अप इंडिया के तहत कौशल विकास पर जोर दिया जिससे आज हजारों युवा उद्यमी की ओर अग्रसर हैं। आपके ही मार्गदर्शन में संस्थानों में एक्जाम रिफोर्म व करिकुलम पर विशेष कार्य किए गए। साथ ही नई एजुकेशन पॉलिसी में जो नए प्रावधान लाए गए हैं उसके लिए आपके विशेष रूप से कार्य किए जिससे आज संस्थानों में परिवर्तन आना शुरू हो गया है।
सीईजीआर के डायरेक्टर ने कहा कि अनिल डी सहस्त्रबुद्धे के मार्गदर्शन में एआईसीटीई ने यूथ अंडरटेकिंग विजिट फॉर अक्वाइरिंग नॉलेज स्कीम लांच किया जिससे छात्रों को टनल की परफेक्ट इंजीनियरिंग की बारिक तकनीक का लाभ मिल रहा है।