आंगनबाड़ी केंद्रों पर मनायी गई गोदभराई की रस्म

-छह माह से अधिक की गर्भवती महिलाओं को दिया गया परामर्श-पोषण और स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी के साथ बधाई भी दी गई  

 बांका, जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर 7 सितंबर पोषण माह के तहत बुधवार को गर्भवती महिलाओं के लिए गोदभराई रस्म का आयोजन किया गया। इस दौरान क्षेत्र की छह माह से अधिक की गर्भवती महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्रों पर बुलाया गया था। वहां पर गर्भवती महिलाओं को सही पोषण और स्वास्थ्य से संबंधित सलाह दी गई। साथ में सभी लोगों को बधाई भी दी गई।

मालूम हो कि हर महीने की सात तारीख को आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई की  रस्म होती  है, उसी  के तहत यह आयोजन किया गया।डीपीओ निधि कुमारी ने बताया कि बुधवार को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर गोदभराई रस्म का आयोजन किया गया। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को उनके और गर्भस्थ  बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य को लेकर जागरूक किया गया। गर्भवती महिलाओं को बताया गया कि अभी किस तरह का आहार लेना सेहतमंद रहेगा और इससे क्या-क्या फायदा मिलेगा। खुद के साथ गर्भस्थ बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए किस तरह की खुराक लेनी चाहिए, यह बताया गया।

प्रोटीनयुक्त आहार लेने की दी गई सलाहः डीपीओ ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान प्रोटीनयुक्त आहार लेने की सलाह दी गई। हरी सब्जियों के साथ दूध और मौसमी  फल लेते रहने की सलाह दी गई। साथ में मांस, मछली और अंडा का भी सेवन करने के लिए कहा गया। जो लोग मांसाहार के सेवन नहीं करते हैं, उन्हें हरि सब्जियों और दूध-दही के साथ फल का  सेवन अत्यधिक करने की सलाह दी गई। गर्भवती महिलाओं को बेहतर डायट लेना जरूरी होता है, क्योंकि खुद के साथ उन्हें गर्भ में पल रहे एक और जान के बारे में ख्याल रखना होता है।

जच्चा और बच्चा दोनों रहता है स्वस्थ्य — निधि कुमारी ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान सही तरीके से आहार लेने से जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ्य  रहता है। संस्थागत प्रसव में भी मददगार होता है। इसके अलावा बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है। वह भविष्य में बीमारियों की चपेट में कम आता है। अगर बीमार हो भी गया तो वह उससे जल्द उबर जाता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को सबकुछ छोड़कर खुद के और गर्भस्थ बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में सोचना चाहिए और प्रोटीनयुक्त पोषण पर ध्यान देना चाहिए। यही उनके हित में है ।

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