कायाकल्प की टीम ने जगदीशपुर और सबौर सीएचसी का लिया जायजा

 अस्पतालों का बारीकी से किया निरीक्षण, एक-एक चीजों की जानकारी लीबांका से आई कायाकल्प की टीम अस्पतालों की व्यवस्था से संतुष्ट दिखी

भागलपुर, 07 सितंबरकायाकल्प की टीम ने बुधवार को जगदीशपुर और सबौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का जायजा लिया। बांका से आई कायाकल्प की टीम ने दोनों ही अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं को देखा। एक-एक चीज को बारीकी से देखा। अस्पताल में साफ-सफाई से लेकर ओटी, लेबर रूम, पार्किंग, गार्डेन इत्यादि को जाना। पीयर असेसमेंट के लिए आई कायाकल्प की टीम में बांका के डिस्ट्रिक्ट क्वालिटी कंसल्टेंट डॉ. जावेद अली और केयर इंडिया के डीटीओ राकेश कुमार थे। इनके साथ भागलपुर के डिस्ट्रिक्ट क्वालिटी कंसल्टेंट डॉ. प्रशांत कुमार और जगदीशपुर में वहां के प्रभारी डॉ. आशुतोष कुमार समेत सभी स्वास्थ्यकर्मी और सबौर में प्रभारी डॉ. शुभ्रा वर्मा समेत वहां के सभी कर्मी मौजूद थे। कायाकल्प की टीम दोनों ही जगहों की व्यवस्था से सतुष्ट दिखी। डिस्ट्रिक्ट क्वालिटी कंसल्टेंट डॉ. प्रशांत कुमार ने बताया कि कायाकल्प विजिट को लेकर हमलोग पहले से तैयारी कर रहे थे। पिछली बार भी भागलपुर जिले ने बेहतर किया था। इस बार भी मेरे कोशिश रहेगी कि भागलपुर बेहतर करे। मेरी कोशिश होगी कि मैं जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों की झोली में अवॉर्ड दिला सकूं।

छोटी-मोटी कमियां समय से पहले हो जाएंगी दुरूस्तः डॉ. जावेद अली ने बताया कि दोनों ही अस्पतालों में मरीजों के लिए तमाम सुविधाएं मौजूद थीं। अस्पताल परिसर में साफ- सफाई के बेहतर इंतजाम थे। ओपीडी से लेकर ओटी तक में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था थी। खासकर जगदीशपुर की व्यवस्था में काफी सुधार देखा गया। हालांकि सुधार की गुंजाइश बनी रहती है, इसलिए जो छोटी-मोटी कमियां हैं मुझे उम्मीद है कि उसे जल्द दुरूस्त कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीएचसी के मरीजों से भी हमलोगों ने बात की। मरीज भी व्यवस्था से संतुष्ट दिखे। 

दोनों ही अस्पतालों की तैयारी बेहतरः  डॉ. जावेद अली ने बताया कि न सिर्फ अस्पताल के अंदर, बल्कि बाहर भी सफाई की व्यवस्था बेहतर थी। अस्पताल परिसर में सफाई का ध्यान रखा गया था। इन सब बातों का फर्क पड़ता है। यही कारण है कि अस्पताल ने पिछले साल बेहतर किया था। डॉ. जावेद ने बताया कि निरीक्षण के दौरान दोनों अस्पतालों की तैयारी बेहतर दिखी। इन अस्पतालों में मरीजों से जुड़ी हुई छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा जाता है, जो कि तारीफ के काबिल है। अस्पताल के प्रभारी से लेकर कर्मी तक बेहतर काम कर रहे हैं।

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