चीन के खिलाफ अमरीका, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने हाथ मिलाकर एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया है। चीन की विस्तारवाद की नीति के खिलाफ भारत लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है। भारत की ओर से समय-समय पर अंतर्राष्ट्रीय मंचों में चीन की विस्तारवाद की नीति के खिलाफ बात रखी जाती है। वहीं अब चीन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा झटका लगा है। संयुक्त राज्य अमरीका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के रक्षा मंत्रियों ने चीन की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं के सामने आपस में सैन्य सहयोग को बढ़ाने के लिए सहमति जताई है, जिसके तहत ये तीनों देश मिलकर चीन के खिलाफ काम करेंगे।
अमरीकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने अमेरिकी सैन्य मुख्यालय में ऑस्ट्रेलिया और जापान के मंत्रियों को स्वागत करते हुए कहा कि “हम ताइवान जलडमरूमध्य क्षेत्र में चीन की आक्रामकता के व्यवहार से बहुत चिंतित हैं।
ऑस्ट्रेलियाई मंत्री रिचर्ड मार्लेस ने कहा कि हम वैश्विक नियम के अनुसार व्यवस्था को बनाए रखने के पक्ष में हैं। चीन अपने आसपास की दुनिया को इस तरह से आकार देने की कोशिश कर रहा है जैसा हमने पहले नहीं देखा है।