-अस्पताल का बारीकी से किया निरीक्षण, एक-एक चीजों की ली जानकारी
-मुंगेर से आई कायाकल्प की टीम अस्पताल की व्यवस्था से संतुष्ट दिखी
बांका, 13 अक्टूबर-
कायाकल्प की टीम ने बांका सदर अस्पताल का जायजा लिया। मुंगेर से आई कायाकल्प की टीम ने सदर अस्पताल में मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं को देखा। एक-एक चीज की बारीकी से जानकारी ली। अस्पताल में साफ-सफाई से लेकर ओटी, लेबर रूम, पार्किंग, गार्डेन इत्यादि को जाना। पीयर असेसमेंट के लिए आई कायाकल्प की टीम में मुंगेर जिला गुणवत्ता सलाहकार, डॉ. सामंत मनीष देव और तारापुर अनुमंडल अस्पताल के प्रबंधक और केयर इंडिया के जिला प्रतिनिधि शामिल थे।
निरीक्षण के दौरान बांका सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. राजकुमार चौधरी, जिला गुणवत्ता सलाहकार डॉ. जावेद अली, अस्पताल मैनेजर अमरेश कुमार, केयर इंडिया के डीटीएल तौसीफ कमर समेत कई अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान कायाकल्प की टीम व्यवस्था से संतुष्ट दिखी। अस्पताल मैनेजर अमरेश कुमार ने बताया कि कायाकल्प विजिट को लेकर हमलोग पहले से तैयारी कर रहे थे। पहले भी बांका सदर अस्पताल ने बेहतर किया है। इस बार भी मेरे कोशिश रहेगी कि बांका बेहतर करे। मेरी कोशिश होगी कि मैं सदर अस्पताल की झोली में एक और अवॉर्ड दिला सकूं।
छोटी-मोटी कमियां समय से पहले हो जाएंगी दुरूस्तः मुंगेर से आए डॉ. सामंत मनीष देव ने बताया कि बांका सदर अस्पताल में मरीजों के लिए तमाम सुविधाएं मौजूद थीं। अस्पताल परिसर में साफ- सफाई के बेहतर इंतजाम थे। ओपीडी से लेकर ओटी तक में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था थी। बांका सदर अस्पताल की व्यवस्था में काफी सुधार देखा गया। हालांकि सुधार की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है, इसलिए जो छोटी-मोटी कमियां हैं मुझे उम्मीद है कि उसे जल्द दुरूस्त कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल में मौजूद मरीजों से भी हमलोगों ने बात की। मरीज भी यहां की व्यवस्था से काफी संतुष्ट दिखे।
बांका सदर अस्पताल की तैयारी बेहतरः डॉ. सामंत मनीष देव ने बताया कि न सिर्फ अस्पताल के अंदर, बल्कि बाहर भी सफाई की व्यवस्था बेहतर थी। अस्पताल परिसर में सफाई का ध्यान रखा गया था। इन सब बातों का फर्क पड़ता है। यही कारण है कि अस्पताल ने पहले भी बेहतर किया था। उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान हर चीज व्यवस्थित दिखी। इस अस्पताल में मरीजों से जुड़ी हुई छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखा जाता , जो कि तारीफ के काबिल है। अस्पताल के प्रभारी से लेकर कर्मी तक बेहतर काम कर रहे हैं।