महाराष्ट्र में अब तक 1,43,089 मवेशी लंपी रोग से प्रभावित हो चुके हैं, जिनमें से 93,166 उचित इलाज के बाद स्वस्थ हो गए हैं। पशुपालन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पशुपालन आयुक्त सचिंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि यह बीमारी अब तक राज्य के कुल 36 जिलों में से 32 जिलों के 3,030 गांवों में फैल चुकी है। सिंह ने कहा, राज्य में प्रभावित मवेशियों का इलाज किया जा रहा है और बुधवार तक विभिन्न जिलों में 140.97 टीके उपलब्ध कराए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि बचाव के लिए महाराष्ट्र में अब तक 135.58 लाख मवेशियों का मुफ्त टीकाकरण किया जा चुका है। वहीं, राज्य में अब तक इस रोग से 2100 से अधिक मवेशियों की मौत हो चुकी है।
पशुपालन आयुक्त सचिंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक, जलगांव, अहमदनगर, धुले, अकोला, औरंगाबाद, बीड, कोल्हापुर, सांगली, वाशिम, जालना, नंदुरबार और मुंबई के उपनगरों में टीकाकरण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
उन्होंने कहा, उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 97 फीसदी मवेशियों का टीकाकरण किया जा चुका है। दरअसल, लंपी रोग मवेशियों को प्रभावित करने वाला एक वायरल संक्रमण है, जिससे उनकी जान भी जा सकती है। इसके लक्षणों में बुखार आना, त्वचा पर चकत्ते उभरना, दुग्ध उत्पादन में कमी, भूख में कमी और आंखों से पानी निकलना शामिल है।